लोकसभा चुनाव के पहले चरण में उत्तराखंड की सभी पांच सीटों पर मतदान संपन्न, अब 4 जून को आएंगे नतीजे
उत्तराखंड
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में उत्तराखंड की सभी पांच सीटों पर मतदान संपन्न हो गया है। उत्तराखंड में शाम 5 बजे तक औसतन कुल 53.56 प्रतिशत मतदान हुआ है। नैनीताल सीट को छोड़कर अन्य चार सीटों में मतदान प्रतिशत वर्ष 2019 की तुलना में अधिक हुआ है। तब इसी अवधि में कुल 23.59 फीसदी मतदान हुआ था। वहीं राज्य की पांच लोकसभा सीट (पौड़ी गढ़वाल, टिहरी, अल्मोड़ा (सुरक्षित), हरिद्वार और नैनीताल) से सांसद बनने के इच्छुक 55 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 83 लाख से ज्यादा मतदाता करेंगे। वहीं 4 जून को चुनाव के नतीजे आएंगे।
"पहले मतदान, फिर जलपान !"
देवभूमि उत्तराखण्ड के सभी सम्मानित मतदाताओं से विनम्र निवेदन करता हूं कि आज लोकतंत्र के इस महापर्व में अपने मताधिकार का सदुपयोग कर देश की विकास यात्रा को जारी रखने हेतु सक्षम सरकार चुनने में अपना योगदान दें। प्रमुख उम्मीदवारों की बात करें तो भाजपा ने नैनीताल से अजय भट्ट, अल्मोड़ा से अजय टम्टा और टिहरी से मालराज्य लक्ष्मी शाह पर दोबारा भरोसा जताया है, जबकि हरिद्वार से रमेश पोखरियाल निशंक की जगह पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पौड़ी गढ़वाल से तीरथ सिंह रावत की जगह पार्टी प्रवक्ता अनिल बलूनी पर दांव लगाया है। कांग्रेस ने पौड़ी गढ़वाल से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, हरिद्वार से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के पुत्र वीरेंद्र रावत, टिहरी से जोत सिंह गुनसोला, नैनीताल से प्रकाश जोशी और अल्मोड़ा से प्रदीप टम्टा को अपना प्रत्याशी बनाया है।
टम्टा को छोड़कर अन्य सभी चारों प्रत्याशी पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव में अन्य दलों सहित निर्दलीय प्रत्याशी भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन हर बार की तरह इस बार भी सीधा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है। वर्ष 2014 और 2019 में राज्य की सभी पांच लोकसभा सीट पर जीत का परचम फहराने वाली सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को इस बार भी पुराना प्रदर्शन दोहराने की उम्मीद है जबकि कांग्रेस अपनी खोई राजनीतिक जमीन को फिर पाने का प्रयास कर रही है।
उत्तराखंड में अगर कुल मतदाताओं की बात करें तो राज्य में में 83 लाख 21 हजार 207 कुल मतदाता है, जिसमें 43 लाख 08 हजार 904 पुरुष मतदाता, 40 लाख 12 हजार 6 महिला मतदाता और 297 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं। अगर युवा वोटरों की बात करें तो उत्तराखंड में एक लाख 45 हजार 220 युवा वोटर है। इसके साथ ही दिव्यांग मतदाताओं की कुल संख्या 79 हजार 965 है। वहीं प्रदेश में कुल 93,357 सर्विस मतदाता हैं।