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लोकसभा चुनाव के पहले चरण की 102 सीटों पर 1,625 उम्मीदवार मैदान में, 16% प्रत्याशी दागी, 28% करोड़पति

नईदिल्ली
 निर्वाचण आयोग ने लोकसभा चुनाव से पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी कर दी है। नाम वापसी और नामांकन पत्रों की जांच के बाद देश के 21 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के 102 सीटों के लिए कुल 1,625 उम्मीदवार अब मैदान में रह गए हैं। इनमें पुरुषों की संख्या 1,491 जबकि महिलाएं 134 हैं।

तमिलनाडु की करूर सीट पर सबसे अधिक 54 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि नगालैंड की एकमात्र लोकसभा सीट पर सबसे कम सिर्फ तीन प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। मैदानी इलाकों में राजस्थान के करौली धौलपुर सीट पर सबसे कम 4 प्रत्याशी मैदान में हैं। तमिलनाडु की सभी 39 सीटों पर इस चरण में वोटिंग होनी है। इन 39 सीटों के लिए कुल 950 उम्मीदवार मैदान में हैं। पहले चरण में जिन दिग्गजों की किस्मत का फैसला होना है, उनमें भाजपा से नितिन गडकरी, अर्जुन मेघवाल, किरेन रिजिजू, के अन्नामलाई, तमिलिसाई सुंदरराजन, सर्वानंद सोनोवाल, भूपेंद्र यादव, ज्योति मिर्धा का नाम शामिल है। वहीं, विपक्ष की ओर से नकुल कमलनाथ, अगाथा संगमा, राहुल कस्वां, प्रताप खाचरियावास, गौरव गोगोई जैसे नाम हैं।

यूपी की 8 सीटों पर 80 उम्मीदवार

पहले चरण में उत्तर प्रदेश की 8 सीटों पर मतदान है। यहां कुल 80 प्रत्याशी मैदान में हैं। सबसे अधिक 14 प्रत्याशी कैराना से, जबकि सबसे कम 6-6 उम्मीदवार नगीना और रामपुर से ताल ठोक रहे हैं।

■ कांग्रेस के इमरान मसूद, सपा की इकरा चौधरी, भाजपा के संजीव बालियान, जितिन प्रसाद जैसे नामचीन नेता पहले दौर में किस्मत आजमा रहे हैं।

पहले चरण के उम्मीदवारों में से 252 प्रत्याशी यानी करीब 16% दागी हैं। इसमें से 161 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 15 % अलग-अलग मामलों में दोषी भी ठहराए जा चुके हैं। यह खुलासा हुआ है चुनाव सुधार के लिए काम करने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में। एडीआर ने पहले चरण के 1,618 उम्मीदवारों के चुनावी हलफनामे का विश्लेषण कर बताया है कि करीब 28 % यानी 450 प्रत्याशी करोड़पति हैं। वहीं, उम्मीदवारों की औसत संपत्ति करीब 4.51 करोड़ रुपये है।

■ विश्लेषण के अनुसार राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के रिकॉर्ड 100 % उम्मीदवार दागी हैं। पहले चरण में उसके चार उम्मीदवारों में से दो के खिलाफ गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं।

■ 34 % दागियों को टिकट देकर कांग्रेस राष्ट्रीय दल का दर्जा पाए दलों में सबसे पीछे है, जबकि भाजपा ने भी 36 फीसदी दागियों को टिकट दिया है।

भाजपा के 18% और कांग्रेस के 17% उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। सबसे कम 13 फीसदी दागी बसपा ने उतारे हैं।

सात पर हत्या, 18 पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के मुकदमे
सात उम्मीदवारों पर हत्या जैसे संगीन अपराध के मामले दर्ज हैं। 19 के खिलाफ हत्या के प्रयास और 18 उम्मीदवारों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज हैं। इनमें से एक उम्मीदवार पर दुष्कर्म का आरोप है। इसके अलावा 35 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर भड़काऊ भाषण देने के मामले दर्ज हैं।

42 क्षेत्र संवेदनशील-
102 में से 42 निर्वाचन क्षेत्र संवेदनशील हैं। जिन सीटों पर तीन या अधिक प्रत्याशी आपराधिक पृष्ठभूमि के होते हैं, उसे संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है।