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कलकत्ता हाई कोर्ट के जज जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, अब लड़ेंगे LS चुनाव

नई दिल्ली
कलकत्ता हाई कोर्ट के जज जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वह गुरुवार यानी 7 मार्च को भाजपा में शामिल होंगे। इस्तीफा देने के बाद कोलकाता में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संभवत: 7 मार्च को दोपहर में एक संभावित कार्यक्रम का आयोजन होना है, जिसमें वह भाजपा में शामिल होंगे।

पूर्व जज ने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस से भाजपा ही लड़ सकती है। इससे पहले जस्टिस गंगोपाध्याय ने अपना त्याग पत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजा और उसकी प्रति देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस टी एस शिवज्ञानम को भेजी ।

जस्टिस गंगोपाध्याय मंगलवार की सुबह हाई कोर्ट में अपने चैंबर में पहुंचे, उसके बाद उनकी ओर से त्याग पत्र भेजा गया। जस्टिस गंगोपाध्याय ने रविवार को घोषणा की थी कि वह 5 मार्च को (कलकत्ता उच्च न्यायालय के) न्यायाधीश पद से इस्तीफा दे देंगे। जस्टिस गंगोपाध्याय पश्चिम बंगाल में टीचर भर्ती घोटाले की सुनवाई से जुड़े थे। वह इसी साल अगस्त 2024 में रिटायर होने वाले थे।  उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए पश्चिम बंगाल में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों पर राज्य की सत्ताधारी टीएमसी पर भी हमला बोला था।

ऐसी अटकलें हैं कि जस्टिस गंगोपाध्याय पश्चिम बंगाल के तमलुक संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। हाल के चुनावों में  तमलुक सीट राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस का गढ़ रही है। 2009 से लगातार इस सीट पर टीएमसी की जीत होती रही है। बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने यहां से 2009 और 2014 का लोकसभा चुनाव जीता था। तब अधिकारी टीएमसी के नेता थे। टीएमसी छोड़ने काद भी 2016 के उपचुनाव में भी यहां से टीएमसी कैंडिडेट की ही जीत हुई। 2009 से 2016 के बीच सुवेंदु अधिकारी को  मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का दाहिना हाथ कहा जाता था।