पवन सिंह ने आसनसोल से चुनाव लड़ने से इनकार
नई दिल्ली
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के स्टार पवन सिंह ने आसनसोल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उन्होंने एक्स कर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने अपने संदेश में लिखा, भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का दिल से आभार प्रकट करता हूं। पार्टी ने मुझ पर विश्वास करके आसनसोल का उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन किसी कारणवश मैं आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा।''
पवन सिंह के चुनाव लड़ने से इनकार करने पर तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पवन सिंह के पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए लिखा, ''यह पश्चिम बंगाल के लोगों की अदम्य भावना और शक्ति है।''
पवन सिंह ने टिकट मिलने पर क्या कहा था?
बीजेपी ने शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए 197 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी. इस लिस्ट में बीजेपी ने आसनसोल सीट से पवन सिंह को टिकट दिया था. इसके ऐलान के बाद पवन सिंह ने पोस्ट कर बीजेपी आलाकमान को धन्यवाद दिया था.
उन्होंने कहा था कि आसनसोल से मुझे लोकसभा उम्मीदवार बनाए जाने के लिए राष्ट्रीय नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी के सभी माननीय महानुभावों का वंदन चंदन व अभिनंदन करते हैं.
कौन हैं पवन सिंह
पवन सिंह एक भारतीय पार्श्व गायक हैं. उन्हें उनके भोजपुरी गीत, लॉलीपॉप लागेलु (Lollypop Legelu) के लिए जाना जाता है. भोजपुरी फिल्म में उनके काम के लिए उन्हें दो अंतर्राष्ट्रीय भोजपुरी फिल्म पुरस्कार मिल चुके हैं. पवन सिंह का जन्म 5 जनवरी 1986 में आरा, बिहार में हुआ था.वो एक एक राजपूत परिवार ताल्लुक रखते हैं.
पवन सिंह की बड़ी फैन फॉलोइंग है और फिल्मों में अपने अभिनय और सिंगिग के साथ ही उनकी संपत्ति भी करोड़ों में है. रिपोर्ट्स की मानें तो पवन सिंह की अनुमानित नेटवर्थ (Pawan Singh Net Worth) लगभग 6-8 मिलियन डॉलर (करीब 50-65 करोड़ रुपये के आस-पास) है. पवन सिंह की गिनती कभोजपुरी सिनेमा के सबसे महंगे एक्टर्स में की जाती है.
भाजपा के द्वारा कल ही 195 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई थी, जिसमें पवन सिंह का भी नाम शामिल था। बीजेपी ने उन्होंने पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से उम्मीदवार बनाया था, जहां से टीएमसी से शत्रुघ्न सिन्हा सांसद हैं।
आपको बता दें कि बीजेपी के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने से पहले ही पवन सिंह के लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलें चल रही थीं। उन्हें बिहार की आरा सीट से भी कैंडिडेट बनाने की अटकलें थीं। बीजेपी ने उन्हें बिहार के बजाय पश्चिम बंगाल से चुनावी मैदान में उतारा है। आसनसोल लोकसभा क्षेत्र झारखंड से सटा हुआ है और यहां बिहारी मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। पवन सिंह यहां बीजेपी के लिए बड़ा फैक्टर साबित हो सकते थे। अब जब उन्होंने उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है तो भाजपा को नए उम्मीदवार की तलाश करनी पड़ सकती है।
2019 के लोकसभा चुनाव में आसनसोल लोकसभा सीट से बीजेपी के बाबुल सुप्रीयो जीतकर सांसद बने थे। बाद में उन्होंने इस्तीफा देकर टीएमसी में शामिल होने का फैसला किया। इसके बाद 2022 में उपचुनाव हुआ। टीएमसी ने इस सीट से शत्रुघ्न सिन्हा को प्रत्याशी बनाया। उन्होंने बीजेपी कैंडिडेट अग्निमित्रा पॉल को करीब 3 लाख वोटों के बड़े अंतर से हराया था।