कांग्रेस को बड़ा झटका, छह बार के सांसद और पूर्व रेल राज्य मंत्री नारायण राठवा BJP में शामिल
अहमदाबाद
2024 लोकसभा चुनावों से पहले गुजरात में कांग्रेस को करारा झटका लगा है। राज्यसभा सदस्य और पूर्व रेल राज्य मंत्री नारायण राठवा (70) अपने बेटे के साथ बीजेपी में शामिल हो गए हैं। नारायण राठवा का राज्यसभा के टर्म पूरा होने में अभी कुछ दिन बाकी है। राठवा ने अपने बेटे संग्राम सिंह के साथ गांधीनगर स्थित बीजेपी के प्रदेश कार्यालय कमलम् में सदस्यता ग्रहण की। नारायण राठवा के शामिल होने के मौके पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा कि उनका राज्यसभा का कार्यकाल बाकी है लेकिन फिर भी वे शामिल हो रहे हैं। पाटिल ने कहा कि आज के कार्यक्रम में 10,500 कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल हुए है।
यह बहुत बड़ी बात है। राठवा को यूपीए-1 में रेल राज्य मंत्री बनने का मौका मिला था। 2022 के गुजरात विधानसभा चुनावों में पार्टी के वरिष्ठ नेता और छोटा उदेपुर से विधायक मोहन सिंह ने पार्टी छोड़ी थी। नारायण राठवा के बीजेपी में शामिल होने पर कई तरह की चर्चाएं हैं। चर्चा है कि पार्टी उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार सकती है। छोट उदेपुर सीट पर अभी बीजेपी का कब्जा है। गीताबेन राठवा अभी मौजूदा सांसद हैं।
बीजेपी का बड़ा ऑपरेशन
पूर्व रेल राज्य मंत्री नारायण राठवा के बीजेपी में शामिल होने को आदिवासी बेल्ट में बड़े ऑपरेशन के तौर पर देखा जा रहा है। कांग्रेस पार्टी ने 15 महीने पहले हुए विधानसभा चुनावों में नारायण राठवा के बेटे संग्राम सिंह को छोटा उदेपुर से उम्मीदवार बनाया था, हालांकि वे मोहन सिंह राठवा के बेटे राजेंद्र सिंह राठवा के सामने हार गए थे। नारायण राठवा कांग्रेस के उन दो नेताओं में शामिल हैं जिनका राज्यसभा का मौजूदा टर्म पूरा हो रहा है। राठवा के अलावा अमी याज्ञिक राज्यसभा सदस्य हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे नारायण राठवा आखिरी बार 2004 में छोटा उदेपुर लोकसभा सीट से जीते थे और दिल्ली पहुंचे थे। इसके बाद उन्हें रेल राज्य मंत्री बनाया गया था।
कौन हैं नारायण राठवा?
1 जून, 1953 को जन्में नारायण भाई राठवा छोटा उदेपुर से पांच बार सांसद चुने जा चुके हैं। आखिरी बार वह 2004 में सांसद का चुनाव जीते थे। सबसे पहले वह 1989 में जीते थे, इसके बाद उन्होंने 1991, 1996, 1998 में जीत हासिल की थी। 1999 में वह चुनाव हार गए थे। तब बीजेपी के राम सिंह राठवा चुने गए थे। 2004 में राठवा फिर से जीते थे, लेकिन इसके बाद 2009, 2014 में दो बार हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद पार्टी ने 2019 में उनहें टिकट नहीं दिया था। पार्टी ने उन्हें बाद में गुजरात से राज्यसभा भेजा था। जिसका टर्म अब पूरा होने को है, आधिकारिक तौर पर राठवा का कार्यकाल 2 अप्रैल, 2024 को पूरा होगा।