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कांग्रेस बोली – विशेष श्रेणी का दर्जा दिए जाने पर ही आंध्र प्रदेश के प्रति असल प्रतिबद्धता नजर आएगी

नई दिल्ली.
कांग्रेस ने रविवार को कहा कि आंध्र प्रदेश के प्रति वास्तविक प्रतिबद्धता तभी प्रदर्शित होगी जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्य को विशेष श्रेणी का दर्जा देंगे जिसकी प्रतिबद्धता फरवरी 2014 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जताई थी। कांग्रेस महासचिव एवं संचार प्रभारी जयराम रमेश ने इस बात का जिक्र किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले सप्ताह मंगलागिरि में एक एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) और तिरुपति में एक आईआईटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) का उद्घाटन किया।

उन्होंने कहा, ''मनमोहन सिंह सरकार ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 में इन दोनों संस्थानों को लेकर प्रतिबद्धता जताई थी। भले ही, मोदी अब इसका श्रेय ले रहे हैं।'' रमेश ने कहा कि आंध्र प्रदेश के प्रति ''असल प्रतिबद्धता'' तभी दिखेगी, जब प्रधानमंत्री राज्य की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए उसे विशेष श्रेणी का दर्जा देंगे, जिसकी प्रतिबद्धता 20 फरवरी 2014 को मनमोहन सिंह ने राज्यसभा में जताई थी।

उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह ने पांच साल की अवधि के लिए इस विशेष दर्जे की प्रतिबद्धता जताई थी और तब भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के नेता वेंकैया नायडू ने खड़े होकर घोषणा की थी कि ''केवल पांच साल क्यों? भाजपा सरकार 10 साल के लिए यह दर्जा देगी।'' रमेश ने कहा, ''नायडू और मोदी दोनों को कई बातों का जवाब देना है।''