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जब बच्चे कहना नहीं मानते तो क्या करना चाहिए

कोई भी बच्चा आज्ञाकारी होता नहीं है, उसे बनाना पड़ता है. ऐसे में यदि माता-पिता सही तरीके से बच्चे को हैंडल ना करे तो इसमें बच्चे की गलती नहीं है. ध्यान रखें आपका बच्चा वैसा ही होगा जैसा आप उसके साथ व्यवहार करेंगे.

बच्चे हर चीज बहुत ही जल्दी सीखते हैं साथ ही उनकी ऑब्जरवेशन पावर भी बहुत अधिक होती है. ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि वह आपकी बात माने और ज्यादा जिद ना करें तो यहां बताए गए तरीकों से ही आप उन्हें सुधार सकते हैं.

ज्यादा रोक-टोक ना करें

बच्चों का मन कई सारे सवालों और जिज्ञासाओं से भरा होता है. ऐसे में जो काम वह कर रहे हैं या करना चाहते हैं उसमें ज्यादा रोक-टोक नहीं करना चा रहे हैं. हालांकि गलतियों पर सुधारना बच्चों को जरूरी होता है, लेकिन यदि आप हर एक चीज में उन्हें रोकने-टोकने लगेंगे तो ना सिर्फ वह आपके इस आदत के कारण आपसे दूर हो जाएंगे बल्कि उनके सीखने और समझने की एबिलिटी भी कम हो जाएगी. 

बुरे शब्द ना बोलें

बच्चा यदि आपकी बात नहीं मानता है तो इसके लिए उसे गलत शब्द ना कहें. इससे उनका बिहेवियर टॉक्सिक हो जाता है. आपका हर एक शब्द उसकी मानसिकता को प्रभाव डालता है. हमेशा अपने गुस्से को कंट्रोल रखें और ध्यान से अपने शब्दों का चुनाव करें.

डांटने या मारने की जगह प्यार से समझाएं

बच्चों को ज्यादा डांटने और मारने से उनके अंदर डर खत्म हो जाता है. इसलिए इन चीजों को इस्तेमाल बहुत ही रेयर कंडीशन में, जिससे आपके बच्चे को पता हो कि उसने बहुत ही ज्यादा बड़ी गलती की है. छोटी-छोटी गलतियों पर प्यार से समझाना ही उसे आज्ञाकारी बना सकता है.
 
हर बात पर लैक्चर ना दें

यदि आपका बच्चा अपनी मनमानी कर रहा है तो उसे सही-गलत समझाने के लिए भारी भरकम जिंदगी पर लैक्चर ना दें. इससे उसे आपकी कोई बात तो समझ नहीं आएगी साथ ही उसकी नजरों में आपकी इमेज खराब जरूर हो जाएगी. जिसके कारण शायद वह आपकी बातों को कभी सीरियस ना ले. आसान और उसके समझ में आने वाली लैंग्वेज में उससे बात करें.

छोटी-छोटी अच्छी आदतों के लिए तारीफ करें

बच्चे को आज्ञाकारी बनाना है तो इसके लिए आपको उसे सही डायरेक्शन में मोटिवेट करना होगा. उसकी छोटी-छोटी अच्छी आदतों और अचिवमेंट पर उसकी तारीफ करें. उसे अच्छा महसूस कराएं. ऐसा करने से बच्चा आपसे ज्यादा कनेक्ट करेगा और आपकी बातों की वैल्यू करेगा.