प्रदेश से छह कैंडिडेट्स की लिस्ट में तोमर और प्रहलाद पटेल का नाम भी शामिल
भोपाल
विधानसभा चुनाव के बाद अब बीजेपी आगामी लोकसभा चुनाव में भी अपने फैसलों से चौंका सकती है। लोकसभा और राज्यसभा चुनाव को लेकर भोपाल में प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रदेश चुनाव समिति की बैठक हुई। इस बैठक में मप्र की 6 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नामों के पैनल तैयार कर केंद्रीय नेतृत्व को भेजे गए हैं। बैठक में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, छिंदवाड़ा से पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को भी चुनाव लड़ा सकते हैं।
जबलपुर से राकेश सिंह, दमोह से प्रहलाद पटेल, सीधी से रीति पाठक, ग्वालियर-चंबल संभाग से नरेंद्र सिंह तोमर व विष्णुदत्त शर्मा के नाम भी लोकसभा प्रत्याशियों की सूची में शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी लोकसभा चुनाव लड़ाने पर चर्चा हुई। कहा गया कि कांग्रेस के गढ़ छिंदवाड़ा में भाजपा का परचम फहराने के लिए चौहान को प्रत्याशी बनाया जाए।
तोमर को विधानसभा अध्यक्ष चुना गया
बता दें कि विधानसभा चुनावों में पार्टी ने तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत सात सांसदों को मैदान में उतारा था। इनमें एक केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते व एक सांसद गणेश सिंह चुनाव हार गए थे। सरकार बनने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष चुना गया है, जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, सांसद राकेश सिंह को प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। अब इन्हें फिर लोकसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी है।
चौहान को छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ाने पर विचार
बता दें कि प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में 28 भाजपा के पास हैं। एक मात्र छिंदवाड़ा सीट से कांग्रेस नेता कमल नाथ के पुत्र नकुल नाथ सांसद हैं। छिंदवाड़ा को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। शायद यही कारण है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को छिंदवाड़ा से लोकसभा चुनाव लड़ाने पर विचार किया जा रहा है ताकि कांग्रेस के गढ़ को भेदा जा सके। बैठक में अन्य नेताओं के नाम पर भी चर्चा हुई।
शिवराज सिंह चौहान को लेकर सस्पेंस बरकरार
कैलाश विजयवर्गीय ऐलान कर रहे हैं कि शिवराज सिंह चौहान छिंदवाड़ा सीट पर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. छिंदवाड़ा ही वो एकमात्र सीट है जो कांग्रेस के पास है और शेष 28 सीटें बीजेपी के पास हैं. छिंदवाड़ा से वर्तमान में कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सांसद हैं. कमलनाथ परिवार के कब्जे वाली इस सीट को बीजेपी हर हाल में इस बार अपने पाले में लाना चाहती है. इसलिए बीजेपी ऑन रिकॉर्ड और ऑफ रिकॉर्ड बहुत कुछ प्रयास कर रही है. बीते कुछ दिनों से चर्चाएं चली हैं कि खुद कमलनाथ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.