अमेरिका, मॉरीशस से लेकर विभिन्न देशों में मौजूद रामभक्त 22 जनवरी को खास बनाने की तैयारी में जुट चुके, उच्चायुक्त हेमंडॉयल डिलम ने बताई क्या है पूरी तैयारी
नई दिल्ली
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी विश्व भर में हो रही है। अमेरिका, मॉरीशस से लेकर विभिन्न देशों में मौजूद रामभक्त 22 जनवरी को खास बनाने की तैयारी में जुट चुके हैं। मॉरीशस के उच्चायुक्त हेमंडॉयल डिलम ने राम मंदिर उद्घाटन समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को मॉरिशस के सभी मंदिरों में एक-एक दीए जलाए जाएंगे। वहीं मंदिरों के गलियारों रामायण पाठ के श्लोक गूंजेंगे।
देशभर में होगा रामायण का पाठ
मॉरिशस के उच्चायुक्त डिलम ने कहा, "मॉरिशस में बहुत सारे मंदिर हैं, और सभी मंदिरों में, एक 'दीया' (मिट्टी का दीपक) जलाया जाएगा, उस दिन रामायण पाठ किया जाएगा।" उच्चायुक्त डिलम ने यह भी कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह सभी मंदिरों में एक साथ मनाया जाएगा।
अधिकारियों को दी गई विशेष छुट्टी
मॉरिशस के राजदूत ने यह भी कहा कि 22 जनवरी का समारोह न केवल भारत के लिए बल्कि मॉरिशस के लोगों के लिए भी एक अद्भुत कार्यक्रम है। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम फिर से वापस आ रहे हैं। इसलिए मुझे लगता है कि यह न केवल भारत के लिए बल्कि मॉरिशस के लोगों के लिए भी एक यादगार लम्हा है। मॉरिशस सरकार ने उद्घाटन समारोह के लिए अधिकारियों को विशेष छुट्टी दी है। उन्होंने कहा, "मॉरीशस में बड़ी संख्या में राम अनुयायी हैं। इसके अलावा मॉरीशस के उच्चायुक्त डिलम ने कहा कि दोनों देशों के बीच बहुमुखी संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए हमारे देश की ओर से अयोध्या में एक सांस्कृतिक दल भेजे जाएंगे।
उच्चायुक्त ने अप्रवासी भारतीयों का किया जिक्र
मॉरिशस में भगवान राम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उच्चायुक्त ने कहा, “अगर मैं लगभग 200 साल पीछे जाऊं, तो आपको याद होगा कि जो अप्रवासी और मजदूर मॉरीशस गए थे, उनके पास केवल दो चीजें थीं: एक थी रामायण, और दूसरी हनुमान चालीसा थी। बता दें कि मॉरिशस सरकार ने 22 जनवरी को हिंदू सार्वजनिक अधिकारियों के लिए दो घंटे के विशेष अवकाश की घोषणा की है।