लॉकडाउन बढ़ने पर देशभर में हॉटस्पॉट होंगे सील, सख्ती से काम करेगी सरकार…
न्यूज डेस्क. नई दिल्ली।
कोरोना संक्रमण को तीसरे चरण में पहुंचने से रोकने के लिए केंद्र सरकार लॉकडाउन के दौरान देशभर में हॉटस्पॉट की पहचान करने में जुटी है। इन इलाकों को सील कर उनमें अधिकतम टेस्टिंग की जाएगी। दरअसल वायरस को तेजी से फैलने से रोकने के लिए अप्रैल का दूसरा पखवाड़ा अहम है और केंद्र एवं राज्य सरकारें पूरी सख्ती से काम करेंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शनिवार को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में लॉकडाउन बढ़ाने पर आम सहमति बन चुकी है। कुछ राज्यों ने अपने स्तर पर इसे बढ़ा भी दिया है। केंद्र सरकार भी जल्द ही अप्रैल के पूरे महीने के लिए लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर सकती है। इस दौरान जरूरी कामकाज के लिए दिशानिर्देश तैयार किए जा रहे हैं ताकि कोरोना संक्रमण पर प्रभावी रोकथाम के साथ अत्यावश्यक कामकाज भी जारी रखा जा सके। सोमवार से केंद्र सरकार खुद मंत्रालयों में अपने कामकाज पर लौटेगी। साथ ही, विभिन्न आवश्यक सेवाओं को भी पूरा एहतियात बरतते हुए शुरू किया जाएगा।
जिलों की सीमाओं पर सख्ती बढ़ेगी : सूत्रों के अनुसार राज्यों से कहा गया है कि वे लॉकडाउन के साथ हॉटस्पॉट पर ज्यादा काम करें। जिन क्षेत्रों में ज्यादा पॉजिटिव मामले मिले हैं, वहां पर टेस्टिंग का सघन अभियान चलाया जाए और लोगों को क्वारंटाइन किया जाए। इनमें अधिकांश घनी आबादी वाले क्षेत्र हैं इसलिए इन इलाकों को सील करना अत्यंत आवश्यक है। कुछ राज्यों में हॉटस्पॉट को पहचान कर सील करने का काम भी शुरू हो गया है।
विभिन्न सेक्टर में सीमित कामकाज की छूट मिलेगी: भारत सरकार उद्योग, निर्माण और कृषि से जुड़े कई सेक्टर में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए कामकाज शुरू करने का फैसला कर सकती है। इस संबंध में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की ओर से भागीदार पक्षों के सुझाव पर अनुशंसा गृह मंत्रालय को भेजी गई है। लॉकडाउन बढ़ाने के फैसले के बाद जान के साथ जहान की धारणा संग विभिन्न जरूरी सेक्टर में सीमित क्षमता के साथ काम की इजाजत दिए जाने के संकेत हैं। उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग के सचिव की ओर से गृहसचिव को लिखे गए पत्र में छूट के लिए विभिन्न सेक्टर की सूची भेजी गई है।
देश में कोरोना से संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मिले आंकड़ों को देखें तो बीते दिनों में कुछ राज्यों में संक्रमण की दर (कंपाउंड ग्रोथ रेट) कुछ राज्यों में कम हो रही है। कंपाउंड ग्रोथ रेट पांच दिन के हिसाब से बढ़ने वाली दर होती है।