जावंगा छात्रावास के पास लाइटनिंग अरेस्टर में शार्ट सर्किट से भड़की आग को शिक्षकों के सूझबूझ से क़ाबू पाया गया…
इंपैक्ट डेस्क.
दंतेवाड़ा। बीते 1 मई की शाम 5 बजे आरएमएसए 100 सीटर बालिका छात्रावास, एजुकेशन सीटी जावंगा गीदम में बहुत भीषण आगजनी की घटना हुई। जिसे पालीटेक्निक कालेज जावंगा के शिक्षक अजय जैन एवं आशीष तिवारी की सूझ बूझ से आग पर क़ाबू कर लिया गया। आग बहुत भयानक रूप ग्रहण करती उससे पहले शिक्षकों द्वारा बिल्डिंग के ऊपर वहाँ का दरवाज़ा तोड़ कर ऊपर लगी पानी की टंकी से पानी का छिड़काव किया गया। जिससे आग पर क़ाबू पाने में सफलता मिली। बच्चों के ग्रीष्मकालीन अवकाश होने के कारण वहां बच्चे नहीं थे। अगर बच्चे वहाँ होते और आगजनी से विकट स्थिति निर्मित हो सकती थी।
क्या हुआ था
पालिटेक्निक कालेज में इलेक्ट्रिकल विषय के शिक्षक अजय जैन ने बताया छात्रावास के बाजू में लगे ट्रांसफार्मर में लगे लाइटनिंग अरेस्टर में शॉर्ट सर्किट होने की वज़ह से चिंगारी निकली जिससे आग लगी।
सुरक्षा मानकों में कोताही
एजुकेशन सिटी जवांगा में कुल मिलाकर लगभग 7 से 8 विभिन्न बालक-बालिका छात्रावास वर्तमान में संचालित किये जा रहे हैं। और ये सभी छात्रावास 2 या 3 फ़्लोर का है। इन सभी छात्रावास भवन के डिजाईन व निर्माण में शासन द्वारा निर्धारित “फायर एंड सेफ्टी” की अनदेखी की गई है।फायर एंड सेफ्टी के नियमानुसार सभी तलों में एक एक आपातकाल निकासी की सुविधा होनी चाहिए जो कि किसी भी भवन में उपलब्ध नहीं है। बिल्डिंग के ऊपर ओवर हेड टैंक में लगभग निर्धारित मात्रा में पानी हमेशा उपलब्ध होना चाहिये जो कि किसी भी भवन में नहीं रहता है। फायर अलार्म किसी भी भवन या संस्था में नहीं लगाया गया है।