मिसाल : मुस्लिम शख्स ने रामायण मंदिर के लिए दान कर दी 2.5 करोड़ रुपए की जमीन…
इंपैक्ट डेस्क.
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के कैथवलिया में विश्व के सबसे ऊंचे (270 फीट) विराट रामायण मंदिर का निर्माण अगले महीने शुरू होने जा रहा है। मंदिर निर्माण में करीब ढाई करोड़ रुपए की जमीन एक मुस्लिम शख्स ने मुफ्त में देकर सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की है। मंदिर निर्माण के लिए 125 एकड़ जमीन की आवश्यकता है, इसमें से अब तक सौ एकड़ जमीन मंदिर को मिल चुकी है।
बीते बुधवार को कैथवलिया के जमींदार इश्तयाक मोहम्मद खान ने 23 कट्ठा (71 डिसिमल) का प्लॉट मंदिर निर्माण के लिए दान कर दिया। इसकी कीमत करीब ढ़ाई करोड़ रुपए बताई जा रही है। इसके पहले भी इनके परिवार की तरफ से मंदिर के लिए जरूरी जमीन की व्यवस्था में सहयोग दिया गया है।
मंदिर के लिए मुफ्त में जमीन देने वाले इश्तियाक कहते हैं हिंदू-मुस्लिम प्रेम से रहें। अपनी-अपनी आस्था अपनी जगह करें और इसके लिए लड़ाई झगड़ा ना करें। पटना महावीर मंदिर के सचिव आचार्य किशोर कुणाल कहते हैं कि यदि इश्तियाक के परिवार ने जमीन ना दी होती तो मंदिर का निर्माण नहीं हो पाता।
प्रस्तावित स्थल पर मंदिर का निर्माण कार्य संसद भवन निर्माण में काम करने वाले विशेषज्ञों की देखरेख में होगा। मंदिर निर्माण का डिजाइन तैयार करने में अहमदाबाद के आर्किटेक्ट पीयूष सोमपुरा और इंटीरियर डिजाइनर नवरत्न रघुवंशी की मदद ली गई है। मंदिर का निर्माण 2027 तक करने की योजना है।
सबसे ऊंचा शिवलिंग एक वर्ष में
महावीर मंदिर न्यास के सचिव किशोर कुणाल ने कहा कि विराट रामायण मंदिर में सबसे पहले विश्व का सबसे ऊंचा शिवलिंग स्थापित किया जाएगा। यह शिवलिंग 33 फीट उंचा और 33 फीट गोलाई में होगा। शिवलिंग निर्माण के लिए कन्याकुमारी के पास 250 मीट्रिक टन का ग्रेनाइट पत्थर खरीदा गया है। इसे शिवलिंग का आकार देने के लिए कन्याकुमारी से महाबलीपुरम बड़ी मुश्किल से भेजा गया है। शिवलिंग का निर्माण सहस्त्रत्त्लिंगम की तरह होगा। मतलब एक शिवलिंग में एक हजार 8 शिवलिंग बैठाया गया होगा। 8वीं सदी में इस तरह के शिवलिंग का निर्माण होता था। लगभग 1300 वर्षों के बाद इस तरह के शिवलिंग का निर्माण हो रहा है।