अमेरिका-कनाडा बॉर्डर के पास ठंड से मृत मिले 4 भारतीयों की हुई पहचान, कुछ दिन पहले जमने से हो गई थी मौत…
इंपैक्ट डेस्क.
हाल ही में अमेरिका-कनाडा बॉर्डर पर ठंड से जमकर 4 भारतीयों की मौत हुई थी। अब इन सभी चार लोगों की पहचान हो गई है। ये सभी एक ही परिवार के सदस्य थे, जो 19 जनवरी को कनाडा-अमेरिका सीमा से लगभग 12 मीटर दूर मैनिटोबा के इमर्सन के पास मृत मिले थे। कनाडा के अधिकारियों ने बताया कि परिवार कुछ समय से देश में था और उन्हें कोई गाड़ी में सीमा पर ले गया था। मामला मानव तस्करी का प्रतीत होता है।
मैनिटोबा की रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने कहा कि मृतकों की पहचान जगदीश बलदेवभाई पटेल (39), वैशालीबेन जगदीशकुमार पटेल (37), विहांगी जगदीशकुमार पटेल (11) और धर्मिक जगदीशकुमार पटेल (3) के तौर पर हुई है। ये सभी एक ही परिवार के सदस्य थे, जो 19 जनवरी को कनाडा-अमेरिका सीमा से लगभग 12 मीटर दूर मैनिटोबा के इमर्सन के पास मृत मिले थे।
अधिकारियों ने पहले बताया था कि परिवार में एक वयस्क पुरुष, वयस्क महिला, किशोर पुरुष और शिशु शामिल हैं, लेकिन अब मृतकों में एक किशोरी लड़की और एक बच्चे के होने की बात सामने आई है। कनाडा के अधिकारियों ने मृतकों की पहचान की पुष्टि की और 26 जनवरी को शवों का पोस्टमार्टम पूरा किया गया।
रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने बृहस्पतिवार को एक बयान में बताया कि मैनिटोबा के मुख्य चिकित्सा परीक्षक के कार्यालय ने पुष्टि की है कि मौत ठंड की चपेट में आने से हुई। कनाडा के ओटावा में स्थित भारत के उच्चायोग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में मृतकों की पहचान की पुष्टि की और बताया कि उनके परिवार को घटना की जानकारी दे दी गई है।
टोरंटो में भारत का महावाणिज्य दूतावास मृतक के परिवार के सम्पर्क में है और सभी वाणिज्यि स्तर की सहायता प्रदान की जा रही है। उसने एक बयान में कहा, ” उच्चायोग पीड़ितों के परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है।” आरसीएमपी ने पटेल परिवार के 12 जनवरी 2022 को टोरंटो पहुंचने और वहां से 18 जनवरी के आसपास इमर्सन जाने की पुष्टि की है।
आरसीएमपी ने बयान में कहा, ” मौके से कोई वाहन बरामद नहीं हुआ है, जिससे प्रतीत होता है कि कोई परिवार को सीमा तक लाया था और फिर वहीं छोड़कर चला गया।” उसने कहा, ” कनाडा में उनकी गतिविधियों और अमेरिका में जो गिरफ्तारी हुई है, उससे यह मामला मानव तस्करी का लगता है।” टोरंटो में भारतीय उच्चायोग और भारतीय वाणिज्य दूतावास इस घटना की जांच के सभी पहलुओं पर कनाडा के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।