देवरी विधानसभा के विधायक पटैरिया ने अपनी विधानसभा का नाम बदलकर देवपुरी करने की सीएम यादव से की मांग
सागर
महानगरों, गांव और शहरों के नाम बदलना इन दिनों कोई नई बात नहीं रह गई है. इसी कड़ी में बीजेपी विधायक बृजबिहारी पटैरिया अपनी बुंदेली भाषा के आधार पर अपनी विधानसभा 'देवरी' का नाम बदलवाना चाहते हैं. उनका कहना है कि "इस नाम के कई अनर्थ निकलते हैं और खासकर महिलाओं से बातचीत में ये अशोभनीय लगता है. बता दें कि पटेरिया विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए और टिकट हासिल कर चुनाव जीते हैं.
देवरी का नाम देवपुरी करने सीएम को लिखी चिट्ठी
देवरी विधायक बृजबिहारी पटैरिया ने अपनी मांग को लेकर मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव को चिट्ठी भेजी है. जिसमें उन्होंने लिखा मेरी विधानसभा का नाम देवरी है. जिसका बुंदेलखंड की स्थानीय भाषा में बोलने में कई अनर्थ निकलते हैं. खासकर महिलाओं के साथ बातचीत में बड़ा अशोभनीय महसूस होता है. देवरी नगर में मंदिर और देवस्थान अधिक हैं और खासकर दत्तात्रेय खंडेराव मंदिर भी स्थित है, जो प्रदेश के गिने चुने मंदिरों में से एक है. यहां हर साल लगने वाले मेले में देशभर से श्रद्धालु आते हैं.
नगर का नाम पहले देवपुरी था. लेकिन 1813 में लगी भीषण अग्निकांड में पूरा नगर जल गया था. नगर का पुनर्निर्माण होने के बाद देवपुरी से अपभ्रंश होते-होते देवरी हो गया. मुख्यमंत्री से आग्रह है कि देवरी का नाम देवपुरी किया जाए. आपके द्वारा पिछले कुछ दिनों पहले शाजापुर जिले और कई नगरों और गांवों के नाम बदले गए हैं. इसलिए यहां के नागरिक, समाजसेवी, साहित्यकार और प्रबुद्ध नागरिक, नगर का नाम देवपुरी करना चाहते हैं."
सागर जिले में कई गांवों का नाम देवरी
देवरी के नाम बदलने के पीछे जो स्थानीय विधायक ने तर्क दिया है, उसको लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. कुछ लोगों को मानना है कि इस तरह से कई अन्य छोटे-बड़े गांवों के नाम बदलने की मांग उठ सकती है. इससे सरकार के खजाने पर भारी भरकम असर पड़ सकता है.