स्माकर्टफोन की मदद से खोजिए छिपे हुए कैमरों को
आप कहीं ट्रायल रूम, होटल, रिजॉर्ट, लिफ्ट या फिर किसी कैब में हैं, अगर वहां कोई स्पाई कैमरा छिपा हो तो क्या करेंगें? यह ख्याल ही खुद में कितना डरा देने वाला है कि आपकी हर हरकत या एक्टिविटी पर किसी की नजर है और आप कहीं भी सुरक्षित नहीं, लेकिन परेशान होने की जरूरत नहीं, क्योंकि आपका स्मार्टफोन ही आपको बचा सकता हैं। आप अपने स्मार्टफोन की मदद से कहीं भी छिपे कैमरा को डिटेक्ट करके खुद को सुरक्षित बना सकते हैं, बस इसके लिए आपकी एंड्रॉयड डिवाइस में यह 3 कैमरा डिटेक्टर एप्स होने चाहिए…
हिडन कैमरा डिटेक्टर
एंड्रॉयड यूजर्स के लिए हिडन कैमरा डिटेक्टर एक बेहतर एप है। यह एप इस्तेमाल में एकदम आसान है क्योंकि यह रेडिएशन डिटेक्शन का प्रयोग करता है, यह एल्गोरिदम अन्य इलेक्ट्रोनिक डिवाइसेज के रेडिएशन के शोर को कम करने के लिए डिजाइन किया गया है जैसे-सेलफोन टॉवर या नॉन कैमरा हार्डवेयर।
जब इसका इस्तेमाल होता है तो डिटेक्टर सॉफ्टवेयर कहीं भी कैमरा छिपा होने पर रेड ग्लो को दिखाएगा। वैसे अन्य प्रकार के हार्डवेयर के नजदीक भी यह चमकेगा या ग्लो करेगा। इसलिए जब आपके स्मार्टफोन की स्क्रीन पर 100 से नंबर दिखने लगे तो समझ ले कि छिपे कैमरा को डिटेक्ट कर लिया गया है यानि आपको स्क्रीन के मध्य पर नजर रखनी होगी। गूगल प्ले स्टोर पर यह फ्री में उपलब्ध है।
ग्लिंट फाइंडर
ग्लिंट फाइंडर कैमरा फ्लैश की रेट्रो-रिफ्लेक्शन को इस्तेमाल करता है और यूजर इसकी हेल्प से कैमरा व्यू के शाइनी ऑब्जेक्ट्स को बेहतर तरीके से पहचान लेता है। छिपे कैमरा लेंस को पहचानने में यह बहुत बढ़िया काम करता है।यह बिल्कुल प्रोफेशनल द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले टूल की तरह काम करता है और छिपे कैमरा के चमकदार लेंस को पहचान लेता है। गूगल प्ले स्टोर पर यह फ्री में उपलब्ध है।
वायरलेस कैमरा डिटेक्टर
वायरलेस कैमरा डिटेक्टर एक छोटी सी बैटरी से चलने वाली डिवाइस है, जो छिपे हुए वायरलेस कैमराज की फ्रीक्वेंस को सिग्नल्स के द्वारा डिटेक्ट कर सकता है। अगर आप वायरलेस कैमरा डिटेक्टर के बारे में जानना चाहते हैं तो यह एक उपयोगी एप है, जो आपके वायरलेस कैमरा डिटेक्टर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देगा। एंड्रॉयड के लिए यह एक बेहतर कैमरा डिटेक्टर एप्लीकेशन है।