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UP सरकार ने लखनऊ एयरपोर्ट को लिखी चिट्ठी- बघेल और रंधावा के विमान को नहीं दें लैंडिंग की इजाजत…

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इम्पेक्ट न्यूज डेस्क।

लखीमपुर में किसानों की मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है। सबसे पहले कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मौके पर पहुंची। इसके बार किसान आंदोलनों से चमके राकेश टिकैत ने भी घटनास्थल का जायजा लिया। अब खबर आ रही है कि पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा और हाल ही में यूपी के ऑबजर्वर बनाए गए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी लखीमपुर का दौरा करना चाहते हैं। हालांकि, स्थानीय प्रशासन ने उन्हें इसकी अनुमित नहीं दी है।

उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने लखनऊ एयरपोर्ट से छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर एस रंधावा को एयरपोर्ट पर उतरने की अनुमति नहीं देने के लिए कहा है। बघेल और रंधावा ने आज लखीमपुर खीरी जाने की घोषणा की है, जहां झड़पों में 8 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें चार किसान भी हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार ने दोनों नेताओं के विमानों को लैंडिंग की इजाजत नहीं देने के पीछे कानून व्यवस्था बिगरने का हवाला दिया है।

लखीमपुर खीरी किसानों से मिलने निकली प्रियंका गांधी ने पूरी रात यूपी पुलिस की नींद उड़ा दी। आखिरकार सीतापुर पुलिस ने हरगांव में उन्हें सुबह 4 बजे गिरफ्तार कर लिया। वहीं सतीश चंद्र मिश्रा को भी लखनऊ आवास में नज़रबंद कर लिया गया। उधर, सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खीरी आने के ऐलान के बाद पुलिस  हाउस अरेस्ट करने की तैयारी में है। अखिलेश के आवास के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। उधर, रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी सोमवार को लखीमपुर खीरी जाएंगे। पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि लखीमपुर की घटना पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। वे पीड़ित परिवार वालों से मिलने के लिए सोमवार को लखीमपुर जा रहे हैं।

पुलिस ने मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष पर हत्या का केस दर्ज किया, 14 लोगों के खिलाफ साजिश रचने और बलवा का मामला

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष की गाड़ी से कुचलकर किसानों की मौत के मामले में पुलिस ने आशीष के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। आशीष समेत 14 लोगों के खिलाफ बलवा और साजिश रचने का मामला भी कायम किया गया है। लखीमपुर खीरी में रविवार को किसान आंदोलन के बीच भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी।

इधर, मृतकों के परिवारों से मिलने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी देर रात दिल्ली से लखनऊ पहुंच गई थीं। इसके कुछ देर बाद वे लखीमपुर के लिए रवाना हुईं। लेकिन सुबह 5:30 बजे प्रियंका गांधी को पुलिस ने सीतापुर जिले में हरगांव बॉर्डर पर हिरासत में ले लिया। प्रियंका रूट बदलकर पुलिस की नजरों से बचते हुए लखीमपुर जा रही थीं। उन्हें पीएसी गेस्ट हाउस ले जाया गया है। डीएम एसपी सहित भारी पुलिस फोर्स मौके पर हैं। उधर, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी लखीमपुर-खीरी जाने की बात की थी। उनके घर के बाहर पुलिस की भारी फोर्स लगा दी गई है।

प्रियंका ने पुलिस को गिनाई धाराएं
हिरासत में लिए जाने पर प्रियंका आग बबूला हो उठीं। उन्होंने पुलिस से कहा- ‘अरेस्ट करो हम खुशी से जाएंगे। लेकिन जिस तरह धक्का-मुक्की की गई। इसमें फिजिकल असॉल्ट, अटेंप्ट टू किडनैप, किडनैप, अटेंप्ट टू मोलेस्ट, अटेंप्ट टू हार्म की धाराएं लगती हैं। समझे। मैं समझती हूं। छूकर देखो मुझे। जाकर अपने अफसरों मंत्रियों से वारंट लाओ, ऑर्डर लाओ। महिलाओं को आगे मत करो। मुझे धकेल कर लाए हो। तुम्हारे प्रदेश में यह नहीं चलेगा। देश का कानून चलेगा। तुम्हें कोई हक नहीं है। हेलो सीओ साहब ऑर्डर कहां है? ऑर्डर निकालिए। कौन से ऑर्डर से रोका है आपने मुझे। इसमें मुझे बिठाओगे? ये है लीगल स्टेटस तुम्हारा। इस पर सीओ ने पुलिस वालों को आदेश किया कि पहले (प्रियंका गांधी को) तो अरेस्ट करो।’

योगी सरकार ने रविवार की रात अफसरों के साथ बैठक के बाद सियासी नेताओं के लखीमपुर जाने पर रोक लगा दी। उन्होंने कहा है कि जो भी जाने की कोशिश करेगा, उसे गिरफ्तार किया जाएगा। सिर्फ भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को लखीमपुर जाने की अनुमति मिली है। डीजीपी की तरफ से कहा गया है कि एडीजी एलओ, एसीएस एग्रीकल्चर, आईजी रेंज और कमिश्नर मौके पर हैं और स्थिति नियंत्रण में है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पर्याप्त तैनाती की गई है।

लखीमपुर खीरी घटना को लेकर यूपी में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। लखीमपुर खीरी किसानों से मिलने निकली प्रियंका गांधी ने पूरी रात यूपी पुलिस की नींद उड़ा दी। आखिरकार सीतापुर पुलिस ने हरगांव में उन्हें सुबह 4 बजे गिरफ्तार कर लिया। वहीं सतीश चंद्र मिश्रा को भी लखनऊ आवास में नज़रबंद कर लिया गया। उधर, सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खीरी आने के ऐलान के बाद पुलिस हाउस अरेस्ट करने की तैयारी में है। अखिलेश के आवास के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। उधर, रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी सोमवार को लखीमपुर खीरी जाएंगे। पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि लखीमपुर की घटना पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। वे पीड़ित परिवार वालों से मिलने के लिए सोमवार को लखीमपुर जा रहे हैं।

-पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता एवं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने रविवार को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई घटना की कड़ी निंदा की है। तृणमूल ने सोमवार को पार्टी के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को घटनास्थल पर भेजने की भी घोषणा की है।-अखिलेश व शिवपाल के आवास पर कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ी। पुलिस उन्हें आगे बढ़ने से रोक रही है।

तूल पकड़ता जा रहा है लखीमपुर में किसानों की मौत का मामला, जानें अब तक की 10 बड़ी बातें

  • केंद्रीय मंत्री और उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य के दौरे को रोकने के लिए एकत्र हुए किसानों ने कहा कि लखीमपुर खीरी जिले में उनकी कार द्वारा प्रदर्शनकारियों को कुचलने के बाद हिंसा शुरू हुई। दृश्यों में आगजनी और वाहनों को आग लगाते हुए दिखाया गया।
  • किसान संघ के एक नेता डॉ दर्शन पाल ने कहा, ‘किसानों ने मंत्रियों के आगमन को रोकने के लिए हेलीपैड का घेराव करने की योजना बनाई थी। एक बार यह समाप्त हो गया और अधिकांश लोग वापस जा रहे थे। इस बीच तीन कारें आईं और किसानों को कुचल दिया। एक किसान की मौके पर ही मौत हो गई। मंत्री का बेटा कार में था।’
  • केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने इस बात से इनकार किया है कि उनके बेटे का संबंध हिंसा से था। मंत्री ने कहा, “मेरा बेटा मौके पर मौजूद नहीं था। कुछ बदमाशों ने कार्यकर्ताओं पर लाठियों और तलवारों से हमला किया। अगर मेरा बेटा वहां होता, तो वह जिंदा नहीं निकलता।” उन्होंने कहा, “मेरा बेटा उपमुख्यमंत्री के कार्यक्रम के आयोजन स्थल पर मौजूद था। पूरे समय मैं उपमुख्यमंत्री के साथ था।”
  • मंत्री ने कहा कि किसानों का एक वर्ग विरोध प्रदर्शन कर रहा है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने उनके हवाले से कहा, “उन्होंने काले झंडे दिखाए और कार पर पथराव किया, जो पलट गई। दो किसान कार के नीचे आ गए और उनकी मौत हो गई। कुछ लोगों ने बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं और कार चालक की पीट-पीटकर हत्या कर दी।”
  • मंत्री ने यह भी कहा कि उनके पास इसके बाद हुई हिंसा के वीडियो सबूत हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्घटना पार्टी कार्यकर्ताओं की गलती नहीं थी जो अस्थायी हेलीपैड पर मंत्रियों की अगवानी करने आए थे।
  • किसान संघों ने कहा कि कार की चपेट में आने से चार किसानों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं में से एक तेजिंदर एस विरक गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
  • मिश्रा के हालिया भाषण से नाराज़ किसान दोनों मंत्रियों के दौरे को रोकने के लिए इकट्ठा हुए थे। पिछले महीने के अंत में केंद्रीय मंत्री ने कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि यह 10-15 लोगों का विरोध था और उन्हें लाइन में आने में सिर्फ दो मिनट लगेंगे।
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने एक बयान में कहा, “हम कारणों की विस्तार से जांच करेंगे और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम सभी से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं। लखीमपुर खीरी में भारी पुलिस बल है और इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
  • किसान नेता नरेश टिकैत ने आगे की कार्रवाई को लेकर रविवार रात सिसोली में आपात मेगा बैठक बुलाई। मानवाधिकार कार्यकर्ता चंद्रशेखर आजाद और उनकी भीम आर्मी लखीमपुर खीरी के रास्ते में हैं।
  • बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कांग्रेस नेताओं रणदीप सुरजेवाला और कपिल सिब्बल और अन्य विपक्षी नेताओं ने हिंसा की निंदा की है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि वह सोमवार को लखीमपुर खीरी जाएंगे।

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