भारत में मोबाइल क्रांति, इंडिया मोबाइल OS बनाने का चैलेंज, सरकार देगी हर संभव मदद
नई दिल्ली
भारत में मोबाइल क्रांति आ चुकी है। आज के वक्त में भारत में बड़े पैमाने पर स्मार्टफोन का इस्तेमाल होता है। साथ ही भारत स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा देश हब बन चुका है। लेकिन भारत के पास अपना खुद का मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम मौजूद नहीं है। पिछले लंबे साल से भारत इस सेक्टर में भी लीड लेने की कोशिश में है। यही वजह है कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने टीसीएस, इन्फोसिस और विप्रो जैसी टेक कंपनियों को मोबाइल फोन के लिए एक ऑपरेटिंग सिस्टम विकसित करने की चैलेंज दिया है।
सरकार ने हर संभव मदद का दिया भरोसा
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि टेक कंपनियां मोबाइल के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम बनाए। उन्होंने कहा कि भारत को अब समय आ गया है कि भारत के पास खुद का ऑपरेटिंग सिस्टम मौजूद हो। उन्होंने टेक कंपनियों से कहा कि वो काम में सरकार की तरफ से हर मदद देने को तैयार हैं।
जल्द लॉन्च होगा भारत का पहला एआई चिप
केंद्रीय मंत्री ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI में लीडरशिप बनने और एआई लोकतांत्रिक बनाने के लिए सरकार के प्रयासों पर बातचीत की है। उन्होंने कहा कि पांच यूनिट स्थापित की जा रही है। साथ ही उम्मीद है कि इस साल देश को "पहला मेड इन इंडिया चिप मिल जाएगा। साथ ही मंत्री ने एआई पोर्टल के लॉन्च का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह पोर्टल रिचर्च, स्टार्टअप्स और सरकारी एजेंसियों के लिए उपलब्ध होगा, जिससे वो जीपीयू और एआई काम के लिए खास तौर पर डिजाइन किये गये पावरफुल कंप्यूटिंग संसाधनों तक पहुंच सकें।
12 माह में खुद का एआई मॉडल
मंत्री ने कहा कि सरकार ने 14,000 जीपीयू की कम्प्यूट सुविधा शुरू की है। यह 14,000 जीपीयू रिसर्चर, स्टूडेंट और स्टार्टअप्स के लिए मौजूद होंगे, जिससे अपने एआई मॉडल, एल्गोरिदम की टेस्टिंग की जा सके। साथ ही ऐसी ऐप बनाने की जिक्र किया है, जो दुनिया में लीड से सके। मंत्री ने फिर दोहराया कि उनकी तरफ से अगले 12 माह में खुद का एआई मॉडल बना लिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि सरकार ने 2047 के टारगेट को पूरा करने के लिए टेक्नोलॉजी सेक्टर पर भरोसा जताया है।
भारत ने बनाया खुदा का OS
IIT मद्रास की तरफ एक मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम BharOS को विकसित किया है। भारत में मौजूदा वक्त में करीब 1 बिलियन मोबाइल फोन हैं। जल्द ही इस सॉफ्टवेयर को कॉमर्शियली स्मार्टफोन के लिए उपलब्ध कराया जा सकता है। BharOS को JandK Operations Private Limited (JandKops) की तरफ से विकसित किया गया है।