ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स ने दक्षिण अफ्रीका मास्टर्स को 137 रनों से हराया, वॉटसन ने चार मैचों में जड़ा तीसरा शतक
वडोदरा
कुछ चीजें कभी नहीं बदलतीं। शेन वॉटसन का बल्ले से दबदबा उनमें से एक है। ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स के कप्तान ने वर्षों पीछे लौटते हुए चार मैचों में अपना तीसरा शतक बनाया और इंटरनेशनल मास्टर्स लीग 2025 के मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका मास्टर्स के आक्रमण को ध्वस्त करते हुए अपनी टीम को 137 रनों की शानदार जीत दिलाई और टूर्नामेंट के वडोदरा लेग को शानदार तरीके से समाप्त किया।
टूर्नामेंट के पहले दो मैच हारने के बाद, वॉटसन एंड कंपनी ने ऑस्ट्रेलियाई भावना की यादों को ताजा करते हुए जीत दर्ज की। बल्लेबाजी करने उतरे वॉटसन ने इंडिया मास्टर्स के खिलाफ पिछले मैच की तरह ही शानदार प्रदर्शन किया और अपने शानदार पुल तथा सहज लॉफ्टेड ड्राइव से ऐसा लगा जैसे वे अपने उस दौर में वापस लौट गए हों, जब उन्होंने कभी विश्व क्रिकेट के सबसे बड़े मंचों पर राज किया था।
जैसे ही उन्होंने बीसीए स्टेडियम में अपना बल्ला उठाया, प्रशंसक ऑस्ट्रेलियाई टीम में उनकी बेहतरीन पारियों की यादों को ताजा करने से खुद को रोक नहीं पाए। ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स की पारी की शुरुआत करने के लिए कैलम फर्ग्यूसन (नाबाद 85) के साथ विकेट पर आए वॉटसन ने मैच को दक्षिण अफ्रीका मास्टर्स की पकड़ से दूर कर दिया,। इस दोनों की ओपनिंग साझेदारी ने मात्र 15 ओवरों में 186 रन बनाए।
इससे पहले कप्तान ने पिछले मैच के साथी शतकवीर बेन डंक (नाबाद 34) के साथ मिलकर 74 रन बनाए और टीम को 260/1 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया। नौ चौकों और इतने ही गगनचुंबी छक्कों के साथ वॉटसन ने दिखाया कि उनको अपने समय के सबसे खतरनाक ऑलराउंडरों में से एक क्यों माना जाता है। उन्होंने अपने सिग्नेचर बिग-हिटिंग मोड में लॉन्च होने से पहले क्रिस्प ड्राइव और क्रूर कट के साथ गैप को भेदते हुए जोरदार आक्रामकता के साथ शुरुआत की। जैसे-जैसे पारी आगे बढ़ी, बाउंड्रीज तेजी से बढ़ती गईं, स्पिनरों को लॉन्ग-ऑन पर जमकर मारा, पेसरों की गेंदों को स्टैंड्स में भेजा, और 61 गेंदों में नाबाद 122 रन बनाकर हर क्लीन स्ट्राइक पर दर्शकों को चौंका दिया।
जवाब में, दक्षिण अफ्रीका मास्टर्स की शुरुआत बहुत खराब रही। हेनरी डेविड्स सस्ते में आउट हो गए, और ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स के अनुशासित गेंदबाजी आक्रमण के सामने वे कभी भी लय में नहीं आ पाए। हाशिम अमला ने 19 गेंदों में सात चौकों की मदद से 30 रन बनाए, जबकि रिचर्ड लेवी और अल्वीरो पीटरसन ही कुछ प्रतिरोध करने वाले अन्य बल्लेबाज़ थे, जिन्होंने क्रमशः 22 और 28 रन बनाए।
अपने कप्तान जैक्स कैलिस (जो पहली पारी में कैच लेने की कोशिश करते हुए खुद को घायल कर बैठे थे) के आउट होने से परेशान और दक्षिण अफ्रीका मास्टर्स अंततः 17 ओवरों में 123 रन पर सिमट गए। ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए, बेन लॉफलिन ने तीन विकेट लेकर सबसे बढ़िया प्रदर्शन किया, जबकि जेवियर डोहर्टी और ब्राइस मैकगेन ने दो-दो विकेट लिए। नाथन कूल्टर-नाइल और नाथन रियरडन ने भी एक-एक विकेट लिया।
वडोदरा लेग के समापन के बाद, कारवां अंतिम लेग के लिए रायपुर चला जाएगा। इसकी शुरुआत शनिवार को सचिन तेंदुलकर की अगुवाई वाली इंडिया मास्टर्स और ब्रायन लारा की अगुवाई वाली वेस्टइंडीज मास्टर्स के बीच होने वाले ऐतिहासिक मुकाबले के साथ होगी।
संक्षिप्त स्कोर: ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स 260/1 (शेन वॉटसन 122 नाबाद, कैलम फर्ग्यूसन 85, बेन डंक 34 नाबाद) ने दक्षिण अफ्रीका मास्टर्स 123 (हाशिम अमला 30, अल्वीरो पीटरसन 28; बेन लॉफलिन 3/18, जेवियर डोहर्टी 2/23, ब्राइस मैकगेन 2/25) को 137 रनों से हराया।