छह लाख रुपये की लूट में मुनीम ही निकला संदिग्ध, आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
मुंगेली
छह लाख रुपये लूट की घटना फर्जी निकली। मामले में मुनीम ने षड़यंत्र रचा था। पुलिस ने मास्टरमाइंड शुभम ठाकुर एवं उसके साथी महावीर सोनी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपित ने स्वीकार किया कि उसने योजनाबद्ध तरीके से अपने साथी महावीर सोनी के साथ मिलकर षडयंत्र पूर्वक घटना को अंजाम दिया।
पुलिस 24 घंटे के भीतर दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उनके विरूद्ध धारा 309(4) बीएनएस के तहत कार्रवाई की गई है। जानकारी के मुताबिक, 21 जनवरी को दोपहर करीब तीन बजे आहत राइस मिल के मुनीम शुभम सिंह द्वारा उसके साथ गर्ल्स स्कूल मुंगेली के पीछे पुल के पास छह लाख रुपये की लूट होने की सूचना मिलने पर थाना सिटी कोतवाली मुंगेली द्वारा उक्त सूचना को तत्काल एसपी को अवगत कराया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए उनके निर्देश में एडिशनल एसपी नवनीत कौर छाबड़ा एवं एसडीओपी मयंक तिवारी तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर जिले में नाकेबंदी चेक प्वाइंट लगाकर सघन चेक कराने के निर्देश दिए।
सीसीटीवी में संदिग्ध लग रहा था मुनीम
इसके साथ ही साइबर सेल एवं थाना सिटी कोतवाली मुंगेली की विशेष टीम गठित कर प्रकरण में तत्काल आरोपितों के संबंध में पता तलाश करने को कहा। इस पर साइबर सेल एवं थाना सिटी कोतवाली मुंगेली की विशेष टीम द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज की चेकिंग की।
विभिन्न फुटेज में आहत मुनीम शुभम ठाकुर की ही गतिविधियां संदिग्ध लगीं। इसी कड़ी में तकनीकी आधार पर सर्विलांस करने एवं बैंक से आहत के पैसा आहरण करने संबंधी जानकारी प्राप्त करने एवं बारिकी से पूछताछ की। इस दौरान घटना का मास्टरमाइंड राइस मिल का मुनीम शुभम ठाकुर ही निकला, जिसने अपने साथी महावीर सोनी के साथ मिलकर घटना को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया था।
इस तरह रची थी लूट दिखाने की साजिश
आरोपित शुभम ठाकुर ने बताया कि पैसे से भरे ब्राउन कलर के बैग को लेकर रामगढ़ के आगे खाली प्लॉट में गया। योजना अनुसार, महावीर सोनी पहले से वहां मौजूद था। उसने शुभम ठाकुर के मोबाइल को वहीं पास पटककर तोड़ दिया और वहां पर की मिट्टी को उठाकर शुभम के कपड़े में लगा दिया।
बैग से पैसे निकालकर पैसे वाला बैग को फाड़कर वहीं पर फेंक दिया। आरोपित शुभम ने ब्लेड से अपने शरीर पर तीन-चार जगह काटने का निशान बनाया और टूटा हुआ मोबाइल को घटनास्थल के पास फेंक दिया। इसके बाद वह इसे लूट की घटना साबित करने की कोशिश में लग गया।
पुलिस टीम ने विभिन्न स्थानों की सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी साक्ष्य के आधार जांच कार्यवाही कर 500 के दस बंडल एवं 100 के दस बंडल कुल छह लाख रुपये को आरोपित से बरामद कर लिए। इसके बाद आरोपित ने पुलिस की पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
इन पुलिसकर्मियों ने कर दिया राजफाश
आरोपितों को पकड़ने वाली टीम में उप निरीक्षक गिरिजा शंकर यादव प्रभारी सिटी कोतवाली मुंगेली, नंदलाल पैकरा प्रभारी साइबर सेल मुंगेली, दयाल गावस्कर, यशवंत डाहिरे, प्रमोद वर्मा, दिलीप साहू, रविकुमार जांगड़े अब्दुल रियाज, भेषज पांडेकर, अतुल सिंह, राजू साहू, बसंत डहरिया, गिरीराज सिंह, महेंंद्र राजपूत, राकेश बंजारे, हेमसिंह अन्य शामिल रहे।