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सीमेंट संयंत्र से निकलने वाली गैस से 38 स्कूली बच्चों की अचानक बिगड़ी तबीयत, कलेक्टर-SP पहुंचे मौके पर

बलौदाबाजार

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के ग्राम खपराडीह स्कूल में बच्चों की अचानक तबीयत खराब हो गई. एक-एक कर बच्चों को उल्टी होने लगी और कुछ छात्र बेहोश हो गए. स्कूल प्रशासन ने तत्काल विद्यार्थियों के पालकों को सूचना दी और बच्चों को जिला अस्पताल और भाटापारा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है. बच्चों ने तबीयत बिगड़ने का कारण सीमेंट संयंत्र से निकलने वाली बदबूदार गैस को बताया है.

वहीं सूचना मिलते ही कलेक्टर दीपक सोनी तत्काल बच्चों का हालचाल जानने सुहेला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बच्चों की स्थिति जाना और चिकित्सा अधिकारी को उचित ईलाज करने के निर्देश दिए. उन्होंने बच्चों की सीमेंट संयंत्र को लेकर शिकायत पर भी संज्ञान लेते हुए जांच के निर्देश दिए हैं. फिलहाल घटना के असली कारण का पता नहीं चल सका है.

बच्चों की स्थिति नियंत्रित
कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि खपराडीह विद्यालय में आज बच्चों को उल्टी व बेहोशी छाने लगी थी. जिसपर सभी को तत्काल ईलाज के लिए लाया गया है. कुछ बच्चों को जिला चिकित्सालय व भाटापारा भी भेजा गया है और बाकी का सुहेला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ईलाज किया जा रहा है. सभी की स्थिति ठीक है.

क्षेत्र को किया गया सील : कलेक्टर दीपक सोनी
उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है. ग्रामीणों व स्कूल बच्चों ने पुछताछ में सीमेंट संयंत्र से निकलने वाली गैस की बदबू बताया है, जिसकी जांच करवाई जा रही है. क्षेत्र को सील किया गया है. इसके अलावा पर्यावरण विभाग सहित उघोग विभाग की टीम को जांच हेतु निर्देश दिया गया है. जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी फिलहाल बच्चों की पढाई डिस्टर्ब न हो इसको देखते हुए दुसरे स्कूल में शिफ्ट किया जायेगा.

बच्चों ने बताया कि पहले भी हमने और हमारे पालकों ने कंपनी-अधिकारी से बदबू की शिकायत की है, लेकिन हमारी कोई सुनता नहीं है. आज जब संख्या बढ़ी, तब जानकर प्रशासन जाग रहा है. यह सीमेंट से प्रदुषण के कारण हो रहा है.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी का बयान:
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश अवस्थी ने बताया कि सभी बच्चों की स्थिति अभी ठीक है. कुछ बच्चों को सांस लेने में तकलीफ आ रही थी जिन्हें जिला चिकित्सालय भिजवाया गया है. कुछ बच्चों को भाटापारा भिजवाया गया है, बाकी का सुहेला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे ईलाज किया जा रहा है. घटना के कारणों की जांच की जा रही है.

आपको बता दें कि बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में लगभग आठ से दस सीमेंट संयंत्र है, जिनके फायर रिसोर्स (FR) निकलने वाली गैसे बेहद बदबूदार होती है. ऐसी शिकायत लगभग सीमेंट संयंत्र से लगे सभी गांव की है. जनसुनवाई में भी मामला प्रमुखता से उठा है, पर प्रशासन ने संज्ञान नहीं लिया.

वहीं स्कूली बच्चों के साथ हुई इस घटना के बाद श्री सीमेंट संयत्र में धरना प्रदर्शन शुरू हो गया है. अब देखना होगा कि इस घटना के बाद प्रशासन क्या कार्यवाही करता है.