भोपाल में मेट्रो मार्ग में रुकावट बन रहीं 18 दुकानें हटाईं, अब आरा मशीनों की होगी शिफ्टिंग
भोपाल
मेट्रो के दूसरे चरण में अड़चन बने आजाद नगर पुल बोगदा के तीन मकानों को शनिवार को हटा दिया गया। यहां 20 मकान-दुकानें और हैं, जिन्हें हटाने के लिए दस दिन की मोहलत दी गई है। सुभाष नगर से करोंद तक बनाए जाने वाले रूट पर एक हजार 540 करोड़ रुपए खर्च होंगे। मिट्टी की टेस्टिंग, डिजाइन समेत अन्य काम हो चुके हैं। अब अड़चनों को हटाया जा रहा है, जिससे सिविल के काम जल्दी शुरू हो सकें।
शहर एसडीएम आशुतोष शर्मा ने शुक्रवार को मेट्रो और नगर निगम के अधिकारियों के साथ पुल बोगदा और आजाद नगर का निरीक्षण किया था। पहले यहां के लोग हटने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि जब तक उन्हें मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक वे हटेंगे नहीं।
जिला प्रशासन ने उन्हें चेतावनी भी दी कि वे नहीं हटेंगे तो जबरन हटा दिया जाएगा। इसके बाद लोगों ने हटने की सहमति दे दी। शनिवार को दुकान और मकान मालिकों को 19 लाख का मुआवजा भी दे दिया गया। एसडीएम समेत मेट्रो और नगर निगम के अधिकारी पुल बोगदा और आजाद नगर पहुंचे। इसके बाद तीन मकानों को हटाने की कार्रवाई शुरू हुई। एसडीएम ने बताया कि आजाद नगर की दुकान और मकान को हटाने के लिए लोगों ने सहमति देकर दस दिन की मोहलत मांगी है।
आरा मशीनें भी हटेंगी
पुल बोगदा के पास के 108 आरा मशीन और फर्नीचर कारोबारी हैं। इन्हें रातीबड़ में बसाया जाएगा। वहां पानी, बिजली, सड़क जैसी अन्य सुविधाओं के लिए छह करोड़ रुपये दिए गए हैं। इन आरा मशीनों को भी जल्द हटाया जाएगा। इन्हें परवलिया के छोटा रातीबड़ में शिफ्ट किया जा रहा है।