चैंपियंस ट्रॉफ़ी के आयोजन के लिए आईसीसी ने बुलाई आपात बैठक
दुबई
आईसीसी ने 26 नवम्बर को अपनी बोर्ड की आपात बैठक बुलाई है, जिसमें 2025 चैंपियंस ट्रॉफ़ी पर चर्चा की जाएगी। ईएसपीएन क्रिकइंफो को यह जानकारी मिली है कि बैठक का एकमात्र एजेंडा यह है कि क्या टूर्नामेंट के लिए हाइब्रिड मॉडल अपनाया जाए, जिसमें पाकिस्तान और किसी अन्य देश में इसे आयोजित किया जाए।
टूर्नामेंट की संभावित शुरुआत से 100 दिन से भी कम समय बचा है। मेज़बान पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इसे 19 फ़रवरी से 9 मार्च तक आयोजित करने के लिए निर्धारित किया है। हालांकि आईसीसी ने अभी तक शेड्यूल जारी नहीं किया है। लेकिन इस पर अभी इससे भी ज़्यादा बड़ा रोड़ा अटका हुआ है। बीसीसीआई ने आईसीसी को सूचित किया है कि भारतीय सरकार ने रोहित शर्मा की टीम को पाकिस्तान यात्रा करने की अनुमति नहीं दी है। पाकिस्तान को नवंबर 2021 में इस आठ-टीम के वनडे टूर्नामेंट की मेज़बानी के अधिकार दिए गए थे और वह तीन वेन्यूज़ – लाहौर, कराची और रावलपिंडी में पूरे टूर्नामेंट का आयोजन करने के लिए अडिग है।
पाकिस्तान में इस सप्ताह मीडिया से बात करते हुए पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नक़वी ने कहा था कि उन्हें चैंपियंस ट्रॉफ़ी पाकिस्तान में आयोजित होने के बारे में “सकारात्मक अपेक्षाएं” हैं। नक़वी पाकिस्तान सरकार के गृह मंत्रालय के प्रमुख भी हैं, उन्होंने कहा कि वह बीसीसीआई से इस गतिरोध को तोड़ने के लिए संवाद करने के लिए तैयार हैं। पीसीबी आईसीसी से इस बात का जवाब पाने का इंतज़ार कर रहा है कि भारत को पाकिस्तान यात्रा करने की अनुमति क्यों नहीं दी जा सकती।”
यह लगातार दूसरा वर्ष है जब पाकिस्तान को भारत की वजह से टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल पर आयोजित करने के प्रश्न से जूझना पड़ा है। पिछले वर्ष एशिया कप के लिए भी भारत ने पाकिस्तान जाने से मना कर दिया था, जिसके चलते टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल पर पाकिस्तान और श्रीलंका में आयोजित करना पड़ा था। इसके ठीक बाद पाकिस्तान को वनडे वर्ल्ड कप के लिए भारत की यात्रा करनी पड़ी थी, पीसीबी ने हाल ही में कहा था कि उसने यह फ़ैसला इसलिए किया था ताकि इसके चलते उसे चैंपियंस ट्रॉफ़ी केवल पाकिस्तान में ही आयोजित किए जाने का ठोस आधार मिलेगा। इसी सप्ताह की शुरुआत में भारत को टी20 ब्लाइंड क्रिकेट वर्ल्ड कप से अपना नाम वापस लेना पड़ा था क्योंकि भारतीय टीम को सरकार से पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं मिल पाई थी।