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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कन्हैया कुमार ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पत्नी पर विवादित टिप्पणी की

नागपुर
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कन्हैया कुमार ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पत्नी पर विवादित टिप्पणी की है। कन्हैया कुमार ने कहा कि डिप्टी सीएम की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील बनाएंगी और हम धर्म बचाएंगे, ऐसा नहीं होगा। कन्हैया कुमार के इस बयान पर तीखा विवाद शुरू हो गया है और भाजपा ने हमला बोला है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि आखिर ऐसी सोच से आजादी कब मिलेगी। ऐसे छिछोरे लोगों से कांग्रेस आजादी कब पाएगी। उन्होंने कहा कि एक ऐसे शख्स ने महाराष्ट्र की बेटी के लिए घोर अपमानजनक टिप्पणी की है, जो आतंकियों और नक्सलियों का समर्थन करता है।

कन्हैया कुमार ने नागपुर में कांग्रेस कैंडिडेट का प्रचार करते हुए कहा था, 'अगर ये धर्मयुद्ध है और धर्म को बचाने का सवाल है। जो भी नेता आपके सामने धर्म बचाने का भाषण देता है, उससे आप एक सवाल पूछिए कि इस लड़ाई में आपके बेटा और बेटी भी हमारे साथ चलेंगे ना। ऐसा तो नहीं होगा कि धर्म बचाने की जिम्मेदारी हमारी और ऑक्सफोर्ड, कैम्ब्रिज में पढ़ने की जिम्मेदारी आपके बच्चों की। अगर धर्म बचाना है तो सब मिलकर बचाएंगे। ऐसा तो नहीं होगा कि हम लोग धर्म बचाएंगे और डिप्टी सीएम साहब की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील बनाएंगी।'

दरअसल बीते सप्ताह देवेंद्र फडणवीस ने चुनाव प्रचार करते हुए कहा था कि विपक्ष वोट जिहाद कर रहा है और उससे मुकाबले के लिए हमें धर्म युद्ध करना होगा। माना जा रहा है कि कन्हैया ने उसका जवाब देते हुए टिप्पणी की, लेकिन विवादित बोल गए। अब उन पर हमला बोलते हुए पूनावाला ने कहा कि नक्सली और अफजल गुरु समर्थक ने मराठी महिलाओं का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि अमृता फडणवीस का अपमान महाराष्ट्र की हर महिला के साथ बदसलूकी है। उन्होंने कहा कि रिजेक्टेड माल और इंपोर्टेड माल जैसी बातें करने वाले लोगों को जनता सबक सिखाएगी।

बता दें कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक ही राउंड में मतदान होना है। उससे पहले राज्य में चुनाव प्रचार जोरों पर है। सूबे के चुनाव परिणाम 23 नवंबर को आने वाले हैं। बता दें कि भाजपा इस बार सबसे ज्यादा 148 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि एकनाथ शिंदे सेना दूसरे नंबर पर है। कांग्रेस 104 सीटों पर चुनाव में उतरी है। 2019 के असेंबली इलेक्शन में भाजपा 105 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी।