नकदी की कमी से जूझ रही भोपाल नगर निगम लगाएगी डस्टबिन
भोपाल
बीएमसी यानि भोपाल नगर निगम इस साल के सर्वेक्षण से पहले स्वच्छ अंक हासिल करने के लिए कई सार्वजनिक स्थानों पर फिर से डस्टबिन लगाएगी। इन कूड़ेदानों का इस्तेमाल करने के पिछले प्रयास साल-दर-साल विफल रहे हैं। साथ में ही सार्वजनिक धन की काफी बर्बादी हुई है।
हालांकि, बीएमसी आयुक्त हरेंद्र नारायण के अनुसार इस बार सफलता सुनिश्चित करने के लिए बीएमसी भोपाल में 100 से अधिक स्थानों पर ट्रिपल कूड़ेदान लगाने की योजना बना रही है। कूड़ेदानों की बहाली स्वच्छ सुविधाओं में पहचानी गई विसंगतियों के बीच हुई है। इससे बीएमसी द्वारा प्रबंधित कूड़ेदानों की प्रभावशीलता और रखरखाव के बारे में विपक्ष की चिंताएं बढ़ गई हैं।
विपक्ष ने उठाए गंभीर सवाल
बीएमसी विपक्षी नेता सबिस्ता जकी ने कूड़ेदानों की स्थिति के बारे में कई मुद्दे उठाए हैं, उनका दावा है कि ये कूड़ेदान क्वालिटी में से इतने खराब हैं कि नियमित उपयोग के बाद भी टिक नहीं पाते हैं या ध्वस्त हो चुके होते हैं। जकी ने बताया कि बीएमसी द्वारा लगाए गए प्लास्टिक के शौचालय भी टिक नहीं पाए हैं। लोगों के द्वारा दिए गए करोड़ों रुपये बर्बाद हो गए हैं। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि पिछले कूड़ेदानों का क्या हुआ? साथ ही बीएमसी से उनके गायब होने के लिए जवाबदेही की बात कही है।
भोपाल नगर निगम में आर्थिक तंगी का दौर
बीएमसी एक गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रही है। इसका असर वेतन देने, सड़कों की मरम्मत करने और एक नए सीवेज नेटवर्क के लिए निविदा जारी करने की उसकी क्षमता को प्रभावित कर रही है। फिर भी नागरिक निकाय इन कूड़ेदानों को फिर से शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्हे इस बार बेहतर परिणाम की उम्मीद है।
लगेंगे ट्रिपल कूड़ेदान
इस पहल का उद्देश्य सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता बनाए रखना और निवासियों द्वारा उचित अपशिष्ट निपटान को प्रोत्साहित करना है। विभिन्न स्थानों पर 100 लीटर की क्षमता वाले ट्रिपल कूड़ेदानों की मरम्मत, स्थापना और रखरखाव के लिए एजेंसियों को सूचीबद्ध किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, इन एजेंसियों का चयन आवश्यक मानकों को पूरा करने और आवश्यक कार्यों को तुरंत और प्रभावी ढंग से करने की उनकी क्षमता के आधार पर किया जाएगा।
इस कारण से बीएमसी उठा रही कदम
बीएमसी को उम्मीद है कि वह कचरा प्रबंधन के मुद्दों को अधिक प्रभावी ढंग से संबोधित करेगी। भोपाल में स्वच्छ सुविधाओं का सुचारू संचालन सुनिश्चित करेगी। प्रशासन को उम्मीद है कि इन प्रयासों से स्वच्छता लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। शहर के निवासियों के लिए स्वच्छ वातावरण को बढ़ावा मिलेगा।