Madhya Pradesh

कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना ने मीडिया से चर्चा की, उन्होंने दावा किया कि मप्र में किसी भी जिले में खाद की कमी नहीं है

भोपाल
प्रदेश में खाद की कमी नहीं है। जैसे-जैसे बोवनी होती जा रही है, वैसे-वैसे खाद की आपूर्ति हो रही है। पूरे रबी सीजन के लिए 42 लाख टन खाद की आवश्यकता है। इसके विरुद्ध अब तक 19 लाख टन खाद आ चुकी है। कांग्रेस केवल किसानों को अपने राजनीति लाभ के लिए भ्रमित कर रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का काम केवल आरोप लगाना है। कालाबाजारी के यदि कोई प्रमाण है तो हमें उपलब्ध कराएं, कार्रवाई होगी। डीएपी की कुछ कमी अवश्य आई थी, जिसका कारण रूस-यू्क्रेन युद्ध रहा क्योंकि पानी के जहाज को भारत आने में 15 दिन अधिक लग रहे हैं।

यह बात प्रदेश के कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना ने दिग्विजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खाद संकट के लिए सरकार पर लगाए आरोपों का जवाब देते हुए कही। भोपाल में शुक्रवार को मीडिया से चर्चा में उन्होंने दावा किया कि मुरैना सहित प्रदेश के किसी भी जिले में खाद की कमी नहीं है। अभी कुछ ही हिस्से में बोवनी प्रारंभ हुई है।

खरीफ सीजन में 32.97 लाख खाद के विरुद्ध 33.69 लाख मीट्रिक टन उपलब्ध कराया गया था। रबी सीजन के लिए 41.10 लाख मीट्रिक टन खाद लगने का अनुमान है। इसके विरुद्ध 19 लाख टन उपलब्ध कराई जा चुकी है। इसमें 7.74 लाख टन यूरिया, 5.21 लाख टन डीएपी और 6.05 लाख टन सिंगल सुपर फास्फेट है।

भारत सरकार से लगातार खाद मिल रही है। सीजन शुरू होने से पहले 6.55 लाख टन का अग्रिम भंडारण किया गया था ताकि किसानों को कोई परेशानी न हो। चुनाव के समय ही याद आते हैं किसान एदल सिंह कंषाना ने आरोप लगाया कि कांग्रेस को किसान केवल चुनाव के समय ही याद आते हैं। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के दो विधानसभा क्षेत्रों के चुनाव हैं, इसलिए किसानों को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है पर किसान समझदार हैं।