छत्तीसगढ़-बलरामपुर में करोड़ों की लूट का खुलाशा, पुलिस जिंदाबाद के लोगों ने लगाए नारे
बलरामपुर.
बलरामपुर रामानुजगंज नगर के हृदय स्थल में हुए दिनदहाड़े ज्वैलरी दुकान में हुई लूट के मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को पकड़कर बड़ी सफलता हासिल की। पुलिस के इस उपलब्धि पर पूरे क्षेत्रवासियों में हर्ष है। अपराधियों को लेकर पुलिस देर शाम जब न्यायालय पेश करने रामानुजगंज पहुंची तो हजारों की संख्या में रामानुजगंजवासीयो के द्वारा छत्तीसगढ़ पुलिस जिंदाबाद के नारे लगाते हुए पुलिस कर्मियों का सम्मान किया।
घटना के 22 दिन बाद पुलिस के द्वारा मामले के खुलासे के लिए किए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरे जिलेवासियों की निगाह थी।प्रेस कांफ्रेंस के पहले कई प्रकार के अटकलें का दौर चल रहा था तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त थी। पुलिस के प्रेस कांफ्रेंस के बाद स्थिति स्पष्ट हुई। पुलिस का प्रेस कॉन्फ्रेंस देखते ही देखत इंटरनेट मीडिया में वायरस होने के साथ ही बधाइयों का ताता लग गया। घटना के बाद तात्कालिक पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल 20 मिनट के अंदर घटना स्थल पर पहुंच गए थे। वहीं वे घटना स्थल से वे तत्काल अपराधियों का पीछा करते झारखंड की ओर गए थे तात्कालिक पुलिस अधीक्षक के द्वारा कई महत्वपूर्ण सुराग लगाने में सफलता हासिल किया था। इस बीच उनके स्थानांतरण हो जाने से लग रहा था कि पुलिस का जांच धीमा हो जाएगा परंतु नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर रमनलाल के पदभार ग्रहण करने के साथ ही मिशन मोड में काम करना प्रारंभ कर दिया गया। 3 हफ्ते की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार पुलिस के हाथ अपराधियों के गिरेबान तक पहुंच गई। पूरे क्षेत्रवासी घटना को लेकर दहशत में थे वही अपराधियों को पकड़ने की मांग तेज होते जा रही थी प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के द्वारा राजेश ज्वेलर्स के संचालक राजेश सोनी से बात कर अपराधियों को जल्द पकड़ लेने का आश्वासन दिया था। इस बीच पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी एवं छह आरोपियों को धर दबोचा।
आतिशबाजी के साथ हुआ पुलिस का अभिनंदन
मंगलवार की देर शाम विजय भाव में जब टीम में शामिल रामानुजगंज थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मी रामानुजगंज पहुंचे तो भाजपा युवा मोर्चा के द्वारा आतिशबाजी के साथ लरंगसाय चौक पर जोरदार अभिनंदन किया गया एवं पुलिस के जयकारे के नारे लगाए गए।
बढ़ते अपराध से दहशत में लोग
विगत एक वर्ष से नगर में लूट, उठाई गिरी चोरी की कई घटनाएं घट चुकी थी परंतु किसी भी मामले में पुलिस के हाथ अपराधियों तक नहीं पहुंच पाए थे धीरे-धीरे लोगों का विश्वास पुलिस में कम हो रहा था इस बीच राजेश ज्वेलर्स में हुई बड़ी घटना ने लोगों को दहशत में ला दिया था। पुलिस को मिली सफलता ने पुलिस के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ाया।
प्रेमिका से बात करना पड़ा महंगा
अपराधियों तक पुलिस को पहुंचना बहुत ही कठिन था। क्योंकि अपराधी मोबाइल का उपयोग नहीं करते थे साथ ही वे बात करने के लिए दूसरे के मोबाइल का सहारा लेते थे। यहां तक की हॉटस्पॉट से नेट लेकर कार्य करते थे। प्रेमिका से बात करना अपराधियों को महंगा पड़ा आखिरकार पुलिस अपराधियों तक पहुंची गई।
अंजलि मोहाली के पास इलाके में करती थी काम
सोनू की प्रेमिका जिसके साथ सोनू का करीब 10 वर्ष से प्रेम संबंध है। वह मूल रूप से लातेहार की है वह चंडीगढ़ के मोहाली के पास इलाके में बड़े घरों में कार्य करती थी। उसके रहन-सहन एवं पहनावा देख कर उसके रहसीयत का पता चल रहा था।
बाइक से लगा सुराग
अपराधियों के द्वारा प्रयोग किए गए बाइक का पता चलते ही रामानुजगंज थाना प्रभारी रमाकांत तिवारी सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा था एवं बाइक की जप्त की गई पता चला कि बाइक औरंगाबाद का है जहां पुलिस बल पहुंचा। जब जांच को और आगे बढ़ाया गया तो आरोपी राहुल मेहता का पता चला जिसके बाद चैनपुर थाने से बुकिंग गैंग के बारे में जानकारी मिली इस प्रकार से जांच से आगे बढ़ती गई और धीरे-धीरे तार जुड़ते गए।
पुलिस ने 500 से अधिक नंबर को किया ट्रेस
नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक के साथ 20 पुलिस कर्मी 24 घंटे मामले के खुलासे में लग रहे यहां तक की पुलिस अधीक्षक स्वयं साइबर सेल में 7 राते गुजारी। 24 घंटे अलर्ट मूड में रहे इसके बाद ही पुलिस के हाथ अपराधियों तक पहुंच सके हर छोटी से छोटी मूवमेंट की जानकारी पुलिस अधीक्षक टीम से लेते रहे। मौका स्थिति के अनुसार पुलिस की रणनीति भी बदलती रही तमाम चुनौती एवं मुश्किलों के बीच आखिरकार पुलिस अपराधियों तक पहुंच गई।
कनॉड प्लेस से हुई तीन आरोपियों की गिरफ्तारी
भीड़भाड़ वाले इलाके कनाडा प्लेस में तीन आरोपी खरीदारी कर रहे थे। पुलिस कर्मी इनकी रेकी करते रहे आखिरकार मौका देखकर धर दबोचा कनाडा प्लेश से आरोपियों को धर दबोचना आसान नहीं था आरोपी धर दबोचने के बाद किडनैपिंग होने का हल्ला करने लगे परंतु पुलिस के द्वारा सूझबूझ के साथ भीड़ के बीच से आरोपियों को छत्तीसगढ़ लाया गया।