Madhya Pradesh

मगराना में अस्पृश्यता निवारण सदभावना शिविर में मंत्री नारायण सिंह पंवार

मगराना में अस्पृश्यता निवारण सदभावना शिविर में मंत्री नारायण सिंह पंवार

टेटवाल एवं पंवार शामिल हुए

भोपाल
गांधी जयंती पर राजगढ़ जिले के विकासखण्ड सारंगपुर के ग्राम मगराना में अस्पृश्यता निवारण एवं सदभावना शिविर हुआ। मुख्य अतिथि राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विभाग नारायण सिंह पंवार थे। तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल ने शिविर की अध्यक्षता की।

मुख्य अतिथि राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पंवार ने अपने संबोधन में कहा कि समाज में भेदभाव या अस्पृश्यता का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। सामाजिक समरसता से हम संगठित होकर देश का विकास कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों का कोई स्थान नहीं है, जो समाज में भेदभाव या अस्पृश्यता फैलते हैं। अस्पृश्यता को समाज से समूल रूप से नष्ट होना चाहिए। हम सब मिलकर सभी के हित में काम करें। राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) टेटवाल ने कहा कि देश की आजादी में समाज के सभी वर्गों का बराबरी से योगदान रहा है। देश के विकास में भी समाज के सभी वर्गो का योगदान है। आज समाज में अस्पृश्यता और भेदभाव का कोई स्थान नहीं है। हमारी सरकार सभी वर्गो की समानता एवं विकास के लिए प्रतिबद्ध है। सभी वर्गों को प्राथमिकता से सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।

कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा उपस्थित जनसमुदाय को स्वच्छता एवं नशा नही करने की शपथ भी दिलाई गई। शिविर के दौरान स्कूली छात्राओं द्वारा लघु नाटिका एवं अन्य माध्यमों से समाज से अस्पृश्यता की बुराई नष्ट करने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में अस्पृश्यता निवारण पर आधारित निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को भी अतिथियों ने पुरस्कृत किया। इस दौरान स्वच्छता ही सेवा अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पंचायत प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया गया। शिविर में अन्तजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना में दो दंपत्तियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में आयोजित सहभोज में सभी वर्ग के लोगों ने एक साथ बैठकर भोजन किया।

शिविर की शुरूआत अतिथियों द्वारा कन्या पूजन कर की गई। इस अवसर पर अतिथियों ने एक पेड मां के नाम अभियान के तहत पौध रोपण भी किया। शिविर में स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं बडी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।