Madhya Pradesh

जबलपुर में शुरू हुआ प्रदेश का पहला निवेश प्रोत्साहन केंद्र

जबलपुर

 मध्य प्रदेश के औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश के पहले जिला स्तरीय निवेश प्रोत्साहन केंद्र का शुभारंभ किया गया.  'निवेश प्रोत्साहन केंद्र' का शुभारंभ जबलपुर में किया गया. इस केंद्र की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घोषणा की थी, ताकि प्रत्येक जिले में निवेशकों को सरलता से उद्योग स्थापित करने की सुविधा देने की पहल की जा सके. बता दें कि 24 अगस्त को भोपाल से जारी पत्र में इस केंद्र की स्थापना के निर्देश दिए गए थे, जिसके तहत जबलपुर में इस केंद्र की स्थापना की गई है.

जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि स्थापित इस केंद्र का उद्देश्य जबलपुर जिले में निवेश की संभावनाओं को तेज़ी से आगे बढ़ाना है.केंद्र के शुभारंभ के अवसर पर सांसद आशीष दुबे ने इसे राज्य के वाणिज्यिक और औद्योगिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया. उन्होंने कहा कि इस केंद्र की स्थापना से मध्य प्रदेश में उद्योगों और वाणिज्यिक गतिविधियों को नई गति मिलेगी, जो राज्य के आर्थिक विकास को और अधिक सशक्त बनाएगा.

एक ही छत के नीचे मिलेंगी सभी सुविधाएं

औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन केंद्रों में निवेशकों को सभी सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिलेंगी. यहां संवाद के लिए सभी संसाधन मौजूद रहेंगे. जिलाधिकारी अपने हिसाब से एक अधिकारी को इन केंद्रों के लिए नामित करेंगे. निवेशक सीधे कलेक्टर से भी संपर्क कर सकेंगे.

कॉर्पोरेट ऑफिस के तर्ज पर किया गया डिज़ाइन

यह निवेश प्रोत्साहन केंद्र, कॉर्पोरेट ऑफिस की तर्ज पर डिज़ाइन किया गया है. इसमें निवेशकों के लिए बैंकिंग, बिजली, लाइसेंस, भूमि और राजस्व से संबंधित सभी प्रकार की सेवाओं की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. इस केंद्र का प्रमुख उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि निवेशक बिना किसी परेशानी के सीधे प्रशासन से संपर्क कर अपने निवेश और उद्योगों की स्थापना कर सकें.

इस पहल से जबलपुर जिले में नए उद्योगों की स्थापना और निवेश की संभावनाओं में तेज़ी से वृद्धि होने की संभावना है. जिला कलेक्टर ने यह भी बताया कि यह केंद्र, निवेशकों और प्रशासन के बीच समन्वय स्थापित करेगा, जिससे निवेश प्रक्रिया और भी सुगम और तीव्र हो सकेगी. इस प्रकार, जबलपुर के औद्योगिक परिदृश्य में यह केंद्र एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है.