दोरनापाल में मंदिर तोड़ने को लेकर कलेक्टर के साथ हुई सर्वदलीय बैठक…करीब एक घंटे तक चली बैठक…
इम्पेक्ट न्यूज. सुकमा।
दोरनापाल में सड़क निर्माण के दौरान अतिक्रमण हटाने का काम स्थानीय प्रशासन कर रहा था। उस दौरान मंदिर को तोड़ा गया जिसमें भगवान हनुमान की मूर्ति खंडित हो गइ थी। जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध दर्ज करवाया। और दुसरे दिन पुरे जिले में दुकाने बंद थी और हिंदू संगठन के लोग भी मौके पर पहुंच गए थे। वही आज भी दोरनापाल नगर बंद रखा गया था। वही मामले को शांत कराने व सभी पक्षों से बात करने के लिए जिला मुख्यालय में बैठक रखी गई थी। जिसके कलेक्टर, एसपी व भाजपा व हिदू संगठन के साथ दोरनापाल का एक प्रतिनिधि मंडल के साथ करीब एक घंटे तक चर्चा की गई।
आज कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में सभी पक्षों के साथ कलेक्टर चंदन कुमार, एसपी शलभ सिन्हा ने बैठक कर बातचीत की। जिसमें दोरनापाल से पहुंचा प्रतिनिधि मंडल व भाजपा नेताओं ने अपनी बाते प्रशासन के समक्ष रखी। जिसके बाद कलेक्टर चंदन कुमार व एसपी शलभ सिन्हा ने लोगो का आश्वासन दिया कि किसी भी धार्मिक भावना को ठेस नहीं पहुंचाया जाऐंगा। नगर के लोगो की धार्मिक भावनाओं का ध्यान रखते हुए नगर का विकास किया जाऐंगा। इस दौरान प्रतिनिधि मंडल ने 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिला प्रशासन को दिया। इस दौरान भाजपा नेता, हिन्दू संगठन व दोरनापाल के प्रतिनिधि मंडल भी मौजूद था।
यह थी 6 प्रमुख मांगे
प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने जिला प्रशासन के समक्ष 6 मांगे रखी थी जिसमें प्रमुख रूप से बजरंग बली की प्रतिमा एंव मंदिर यथावत उसी स्थान पर ससम्मान स्थापित होना चाहिए। बजरंग बली की प्रतिमा और मदिर अपमान जनक तरीके से जबरदस्ती जिस तरह तोड़ा गया था। उस संबधित अधिकारियों पर कार्रवाई व एफआईआर की जाऐं। सड़क की प्रारंभिक स्थान चैक के स्थान को सुरक्षा के दृष्टिकोण से दोनो और चैड़ा किया जाऐं। मंदिर का पुननिर्माण इस मदिर के समिति के सदस्यों के मार्गदर्शन में किया जाऐं। सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार के अलावा उनके परिवार का कोई भी सदस्य निर्माण कार्य में दखन ना दे। सड़क निर्माण गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए।
पहले मंदिर का निर्माण फिर सड़क काम चालू – रामलाल गुप्ता
जिनके घर के प्रांगण में मंदिर का निर्माण किया गया था रामलाल गुप्ता भी बैठक में शामिल थे। उन्होने मिडिया से चर्चा करते हुए कहा कि पहले मंदिर का निर्माण हो उसके बाद सड़क का निर्माण कार्य चालू हो। साथ ही जिसने भी मंदिर को तोड़ा है उन पर कार्रवाई भी की जाऐं।
बैठक में कलेक्टर चंदन कुमार ने कहा कि दोरनापाल में सड़क निर्माण होनो था जिसके तहत कुछ अतिक्रमण हटाए जाने थे। रास्ते में मंदिर भी आया जिसको हटाया गया। लोगो की शिकायत थी कि कुछ लोगो को प्राथमिकता दिया गया। और मंदिर की व्यवस्था नहीं की गई जिससे लोगो के धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है। जिसको लेकर आज एक बैठक की गई जिसमें सभी पक्ष शामिल थे। बैठक के माध्यम से सभी को आभार प्रकट किया गया कि जिस तरह से संयम व समझदारी व नियंत्रण से काम किया गया। जिसके कारण कोई भी अन्य बाते सामने नहीं आई। पुरे सोहाद्र वातावरण मे बात हुई। 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौपा है। जिस पर गंभीरता से विचार किया जाऐंगा। उनकी आस्था को देखते हुए विकास कार्य के साथ लोगो के आस्था का भी ध्यान रखा जाऐ।