रीवा में पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के साइंटिस्ट के घर रात 6 बदमाश घुस आए, साइंटिस्ट और उनकी पत्नी को गन पॉइंट पर लेकर पिटाई की
रीवा
रीवा में पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के साइंटिस्ट के घर 16-17 जुलाई की दरमियानी रात 6 बदमाश घुस आए। साइंटिस्ट और उनकी पत्नी को गन पॉइंट पर लेकर पिटाई की। दंपती को डेढ़ घंटे तक बंधक बनाए रहे। फिर 6 लाख रुपए कैश और जेवर समेट ले गए।पिटाई से घायल चंद्रशेखर पटेल (59) और उनकी पत्नी राजकुमारी पटेल (59) शासकीय कुशाभाऊ ठाकरे अस्पताल में भर्ती हैं। राजकुमारी के दिल और दिमाग से अब भी डर नहीं निकला है। 'बदमाशों ने हाथ की अंगुलियों को जूतों से मसला। चेहरे और सीने पर जूते मारे, गले पर पैर रखा। बाल पकड़कर 50 मीटर तक जमीन पर घसीटा। पति को भी पीटा। हमारे हाथ-पैर और मुंह टेप से बांध दिए थे। आंखों तक पर टेप लगाया था।'
साइंटिस्ट सतना में पदस्थ हैं। पत्नी के साथ रीवा शहर के विश्वविद्यालय इलाके में रहते हैं। घर में उनके अलावा एक कुत्ता था, जिसे बदमाशों ने रसोई में बंद कर दिया था। दोनों बेटियां भोपाल में रहती हैं। बेटा बीना में नौकरी करता है।
कुत्ते के भौंकने पर दरवाजा खोला तो बदमाश घर में घुस आए
राजकुमारी पटेल ने बताया, 'उस खौफनाक मंजर को यादकर मैं डर जाती हूं। मंगलवार रात 1.30 बजे का वक्त था। मुझे लगातार 15 मिनट तक अपने कुत्ते के भौंकने की आवाज सुनाई दी। पिछली बार घर में सांप निकला था तो कुत्ता इसी तरह भौंक रहा था।
जब काफी देर तक कुत्ते की आवाज शांत नहीं हुई तो मैं कमरे से निकलकर बाहर आई। आंगन का दरवाजा खोलकर देखना चाहा। इतने में दो नकाबपोश बदमाश मुझे धक्का मारकर घर के अंदर दाखिल हो गए। कुछ समझ पाती, इसके पहले ही चार नकाबपोशों ने मुझे पकड़कर बंधक बना लिया। 50 लाख रुपए की मांगकर मुझे और पति को बेरहमी से पीटा।'
कनपटी और गले में लगाईं दो पिस्टल, बेहोश होने तक पीटा
चंद्रशेखर पटेल ने बताया, 'पत्नी के चीखने की आवाज सुनकर मुझे लगा कि वो शायद पैर फिसलने की वजह से गिर गई होगी। मैं उठकर जैसे ही कुछ कदम चला, तीन बदमाशों ने मुझे पकड़कर बंधक बना लिया। उन्होंने हम दोनों को अलग-अलग जगहों पर रखा। पत्नी को वे पीटकर पेड़ के नीचे फेंक आए। मुझे घर के हॉल में ले गए और सोफे पर बैठा दिया।
एक बदमाश ने पिस्टल मेरी कनपटी पर लगाई, तो दूसरे ने पिस्टल मेरे गले पर रख दी। इसके बाद वे बोले- हमें 50 लाख रुपए चाहिए, वरना तुम्हें और तुम्हारी पत्नी को यहीं गोली मार देंगे। मैंने कहा- मेरे पास इतने पैसे नहीं है] अगर तुम्हें मारना है तो मार दो। इतना सुनते ही उन्होंने मुझे जमीन पर पटक दिया। तब तक मारते रहे, जब तक मैं बेहोश नहीं हो गया।'
तार फेंसिंग तोड़ी, दीवार फांदकर घर में घुसे बदमाश
चंद्रशेखर के भतीजे अमित पटेल ने बताया कि बदमाश घर में पीछे के रास्ते से दाखिल हुए। इसके लिए उन्होंने पीछे वाले गेट का इस्तेमाल नहीं किया। घर के बगल से डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर खाली प्लॉट है। इसमें तार फेंसिंग लगी हुई है। यह एक तरफ से तोड़ी गई है। इसका मतलब है कि बदमाश फेंसिंग तोड़कर वहां से घर की बाउंड्री तक पहुंचे।
घर के पीछे वाले गेट के बाहर बाउंड्री का एक छोटा सा प्लास्टर टूटकर नीचे गिरा था। उसी जगह से दीवार फांदकर वे बारी-बारी घर के आंगन में दाखिल हुए। कुत्ते के शोर करने से पड़ोसियों को कहीं भनक न लग जाए इसलिए उसे घर के बीचों-बीच मौजूद रसोई में बंद कर दिया।
दांतों से टेप काटा, फिर पति के हाथ-पैर खोले
चंद्रशेखर के साले मुकेश पटेल ने बताया- बहन राजकुमारी पटेल को जब यह भरोसा हो गया कि बदमाश वहां से निकल गए हैं, तो उन्होंने किसी तरह दांतों से अपने हाथों में बंधे टेप को काटा। फिर अपने बंधे हुए पैर भी खोल लिए। थोड़ी दूर चलकर देखा तो पति चंद्रशेखर पटेल जमीन पर बेहोश पड़े हुए थे। पति के हाथ-पैर और मुंह पर बंधा टेप खोला।
इसके बाद दोनों दर्द और डर की वजह से आधे घंटे तक वहीं जमीन पर बैठकर रोते रहे। राजकुमारी ने खिड़की से शोर मचाकर पड़ोसियों से मदद मांगी। मौके पर पहुंचे लोगों ने पुलिस की मदद से उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना की जानकारी दंपती किसी को न दे पाएं इसलिए बदमाशों ने दोनों के मोबाइल छीन लिए थे। बाद में ये मोबाइल खाली बाल्टी में मिले।
पुलिस बोली- जल्द आरोपियों तक पहुंच जाएंगे
विश्वविद्यालय थाना प्रभारी आशीष मिश्रा ने बताया कि बदमाश 6 की संख्या में थे। डकैती के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है। अभी आरोपियों की पहचान नहीं हो सकी है लेकिन हम जल्द उन तक पहुंच जाएंगे।