रूस के पश्चिमी कुर्स्क क्षेत्र में कीव की ओर से किए गए मिसाइल हमले में 500 उत्तर कोरियाई सैनिक मारे गए
सियोल
रूस के पश्चिमी कुर्स्क क्षेत्र में कीव की ओर से किए गए मिसाइल हमले में 500 उत्तर कोरियाई सैनिक मारे गए। ग्लोबल डिफेंस कार्प का हवाला देते हुए योनहाप समाचार एजेंसी ने दावा किया कि कुर्स्क क्षेत्र पर स्टार्म शैडो मिसाइल से यूक्रेन ने हमला बोला था। उत्तर कोरिया ने रूस में 10,000 से अधिक सैनिक भेजे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि कुर्स्क में युद्ध में शामिल उत्तर कोरियाई सैनिक हताहत हुए हैं। रॉयटर्स के अनुसार, रूस ने कुर्स्क क्षेत्र में सैन्य अभियान तेज कर दिया है। वह यूक्रेनी सेना को पीछे धकेलने में कामयाब भी हो रही है। इस अभियान के कारण यूक्रेन ने कुर्स्क में कब्जा किए गए क्षेत्र का 40 प्रतिशत से अधिक हिस्सा खो दिया है। अगस्त में हमले के बाद लगभग 1,376 वर्ग किलोमीटर पर यूक्रेनी सेना ने नियंत्रण कर लिया था। अब यह लगभग 800 वर्ग किलोमीटर बचा है।
आगे बढ़ रही है रूसी सेना
कुर्स्क में हमले का कीव का उद्देश्य पूर्वी और उत्तर पूर्वी यूक्रेन में रूसी हमलों को रोकना था। इसका शुरुआत में लाभ भी दिखा, लेकिन अब रूसी सेना यूक्रेन के पूर्वी डोनेट्स्क में आगे बढ़ रही हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि उनका मानना है कि रूसी राष्ट्रपति का मुख्य उद्देश्य पूरे डोनबास पर कब्जा करना था, जिसमें डोनेट्स्क और लुहान्स्क क्षेत्र शामिल हैं। पुतिन के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात हमें कुर्स्क क्षेत्र से बाहर धकेलना है। वह हमें 20 जनवरी तक क्षेत्र से बाहर धकेलना चाहते हैं, जब डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे।
रूस ने कीव पर ड्रोन से बोला हमला
यूक्रेन ने कीव पर ड्रोन से हमला बोला। यूक्रेनी वायु रक्षा प्रणाली की ओर से कीव क्षेत्र को निशाना बनाने का प्रयास करने वाले 10 ड्रोनों को नष्ट कर दिया गया। रात भर के दौरान यूक्रेन ने 73 ड्रोन गिराने का दावा किया है। किसी तरह के नुकसान की अब तक सूचना नहीं है। वहीं यूक्रेन ने भी कुर्स्क क्षेत्र में ड्रोन से हमला बोला है। रूस ने इनमें से 27 ड्रोन को मार गिराया है।
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध पिछले एक हजार दिनों से जारी है। डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनाव अभियान के दौरान कहा था कि वह सत्ता में आने के बाद यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध को रुकवा देंगे। अब पूरी दुनिया की निगाहें इसी पर टिकीं हैं।