Madhya Pradesh

छतरपुर में बाढ़ आने से नदी पार फंसे 48 चरवाहे और मजदूर, किया गया रेस्क्यू

 छतरपुर
 मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के घुवारा क्षेत्र के कुटोरा गांव के पास धसान नदी में अचानक बाढ़ आ जाने से नदी के उस पार गए 48 चरवाहे और मजदूर फंस गए।

बताया जा रहा है की नदी के उस पर टापूनुमा स्थान पर मंदिर भी है, जहां निर्माण कार्य चल रहा था। वहीं, कई मजदूर अपने मवेशी चराने के लिए नदी पार गए थे। अचानक धसान नदी उफान पर आ गई। कुल 48 लोग नदी पार टापूनुमा स्थान पर फंस गए।

मामले की सूचना जिला प्रशासन को दी गई। जिसके बाद रेस्क्यू टीम लगभग शाम पांच मौके पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद 30 मजदूरों और चरवाहों को रेस्क्यू करके सुरक्षित नदी के इस पर लाया गया। अभी 18 लोगों का रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है।

एनडीआरएफ की टीम की ओर से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है। मौके पर बड़ा मलहरा एसडीएम प्रशांत अग्रवाल और एसडीओपी रोहित के अलावा, प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम मौजूद है।

मध्य प्रदेश में इन दिनों भारी बारिश ने जमकर तबाही मचा रखी है। प्रदेश के जबलपुर, खजुराहो, धार, भोपाल, बैतूल, गुना, ग्वालियर, इंदौर, खंडवा, शिवपुरी, उज्जैन, दमोह, मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, रीवा, सागर, टीकमगढ़, उमरिया और बालाघाट में भारी बारिश देखने को मिली जिससे आम जनजीवन प्रभावित नजर आया।

पश्चिमी हिस्से में 5% ज्यादा बारिश, 25 से कमजोर पड़ेगा सिस्टम

मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज से 5% ज्यादा पानी गिर चुका है। पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 10% कम बारिश हुई है। 48 घंटे के दौरान पूर्वी हिस्से में ज्यादा पानी गिरा है। इस वजह से ओवरऑल बारिश का आंकड़ा भी बढ़ गया।

सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि 25 जुलाई से सिस्टम कमजोर होगा। कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होती रहेगी। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 28 जुलाई से फिर से तेज बारिश शुरू होगी। 29 और 30 जुलाई को उत्तरी हिस्से में तेज बारिश होने का अनुमान है।