छत्तीसगढ़ को झारखंड से जोड़ने बन रही 22 किलोमीटर की सड़क… पुलिस की सुरक्षा में हो रहा निर्माण…
इंपैक्ट डेस्क.
बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के नक्सल प्रभावित इलाके में प्रशासन और पुलिस की मुहिम से 22 किलोमीटर की सड़क बन रही है. बंदरचुआ से पुंदाग तक सड़क का निर्माण शुरू हो चुका है. ये वही इलाका है, जहां से कुछ किलोमिटर पर झारखंड का लातेहार जिले का बुढ़ाबहाड़ है, जो नक्सीलयों का ठिकाना कहा जाता है. छत्तीसगढ के सामरी पाठ थाना क्षेत्र का अंतिम गांव पुदांग जहां के लोग आज भी कई परेशानियों का समाना करते हैं. क्योंकि यहां जरूरी सुविधाएं पहुंचाने के लिए सड़क ही नहीं है.
नक्सलियों के उत्पात के कारण कई बार गांव के लोग प्रशासन के पास आकर दूसरी जगह बसाने की अपील कर चुके हैं. बलरामपुर कलेक्टर कुंदन कुमार की मानें तो बारिश से पहले सड़क पुंदाग पहुंच जाएगी. इस सड़क के बनने का विरोध नक्सली समय समय पर करते रहे हैं. कुछ साल पहले सड़क पर काम कर रहे ठेकेदार के वाहन नक्सलियों ने जला दिए. इसी सड़क का निरीक्षण कर रहे इंजीनियर को भी नक्सली अगवा कर चुके हैं. इसके बावजूद सड़क निर्माण जारी है. पहले सामरी से सबाग तक सड़क बनी और अब सबाग से बंदरचुआ और अब बंदुरचुआ से भुताही मोड़ तक सड़क बनाई जा चुकी है.
सड़क नहीं होने से हैं तमाम सस्याएं
बलरामपुर एसपी रामकृष्ण साहू ने बताया कि सड़क का अंतिम पड़ाव भुताही से पुंदाग तक है, जहां पुलिस व सीआरपीएफ के सैनिकों की सुरक्षा में सड़क का निर्माण चल रहा है. सड़क नहीं होने के कारण गांव में कई समस्याएं हैं. मसलन घर में अगर कोई बिमार व्यक्ति या फिर गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाना हो या गांव तक जरूरी सुविधाएं पहुंचानी हो, सड़क न होना इसमें सबसे बड़ी बाधा है. ऐसे में अब सड़क निर्माण कार्य पूरा हो जाने से गांव के लोगों को कई परेशानियों से छुटकारा मिलेगी. साथ ही छत्तीसगढ़ के बलरामपुर से झारखंड पहुंचना भी आसान हो जाएगा.