महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए 10 ऐसे आहार जो हैं कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर
हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) मनाया जाता है। यह दिन महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और शैक्षणिक क्षेत्रों में हुई उपलब्धियों का जश्न मनाने का अवसर है। यह दिवस महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करने का भी काम करता है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस न सिर्फ महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाने का बल्कि उनके बेहतर स्वास्थ्य की नींव रखने का भी अवसर है।
खराब खानपान और जरूरी पोषण नहीं मिलने से महिलाओं को खून की कमी, थकान, कमजोरी, बालों का झड़ना, त्वचा रोग, हड्डियों में दर्द, कमजोर हड्डियां, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, ऑस्टियोपोरोसिस, डायबिटीज, मोटापा, वजन कम होना आदि गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पर्याप्त पोषण नहीं मिलने की वजह महिलाएं कम उम्र में बुढ़ापे की तरफ बढ़ने लगती हैं।
न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटीशियन शिखा अग्रवाल शर्मा के अनुसार, शरीर को बेहतर कामकाज करने और इन तमाम समस्याओं से बचने के लिए आपकी डाइट में सभी जरूरी पोषक तत्व होने चाहिए। कैल्शियम और प्रोटीन दो ऐसे जरूरी तत्व है, जो मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाने और उनके विकास में सहायक हैं। इनकी कमी से शरीर समय से पहले बूढ़ा हो सकता है।
महिलाओं के लिए कैल्शियम और प्रोटीन क्यों जरूरी
कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर आहार न सिर्फ मजबूत हड्डियों और दांतों के लिए जरूरी है बल्कि महिलाओं के लिए हर उम्र में कई स्वास्थ्य लाभ देता है। कैल्शियम हड्डियों का मुख्य घटक है और प्रोटीन हड्डियों के निर्माण और मजबूती में अहम भूमिका निभाता है। मजबूत हड्डियां न सिर्फ महिलाओं को फ्रैक्चर से बचाती हैं, बल्कि ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों के खतरे को भी कम करती हैं।
वजन रहता है कंट्रोल और मसल्स में आती है ताकत
प्रोटीन आपको लंबे समय तक तृप्त रखता है, जिससे आप कम खाते हैं और वजन कंट्रोल में मदद मिलती है। प्रोटीन मांसपेशियों के निर्माण और उनकी मरम्मत के लिए जरूरी है। मजबूत मांसपेशियां न सिर्फ रोजमर्रा के कामों को करने में आसानी देती हैं, बल्कि चयापचय को भी बढ़ाती हैं, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।
डेयरी उत्पाद और सब्जियों से मिलेगा कैल्शियम
दूध, दही, पनीर और छाछ कैल्शियम के सबसे अच्छे प्राकृतिक स्रोतों में से हैं। साथ ही, दही में प्रोबायोटिक्स भी होते हैं जो आंतों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं। इनके अलावा हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, सरसों का साग और मेथी कैल्शियम का अच्छा स्रोत हैं। इसके अलावा ब्रोकली में भी कैल्शियम की मात्रा अच्छी होती है।
सोयाबीन और नट्स भी कैल्शियम के बढ़िया स्रोत
सोयाबीन, टोफू, टेम्पेह प्रोटीन के शानदार शाकाहारी स्रोत हैं। सोया उत्पादों में कैल्शियम की मात्रा भी अच्छी होती है, खासकर फोर्टिफाइड सोया दूध। इसी तरह बादाम, अखरोट, पिस्ता और चिया सीड्स प्रोटीन, कैल्शियम और हेल्दी फैट्स से भरपूर होते हैं। इन्हें आप स्नैक्स के रूप में या फिर दही या सलाद में डालकर खा सकती हैं।
प्रोटीन के लिए खाएं मछली, चिकन और अंडे
सैलमन, टूना और मैकेरल जैसी फैटी फिश प्रोटीन, कैल्शियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत हैं। इसी तरह चिकन और अंडे दोनों ही प्रोटीन के बेहतरीन स्रोत हैं। अंडे की जर्दी में कैल्शियम की भी थोड़ी मात्रा होती है।
साबुत अनाज और डेयरी उत्पाद भी प्रोटीन का खजाना
राजगीर, ज्वार जैसा अनाज और छिलके वाली दालें भी कैल्शियम और प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं। इनके अलावा अपने खाने में दूध, पनीर और दही जैसे डेयरी उत्पाद भी शामिल करें क्योंकि इनमें अच्छी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है।