ओडिशा: प्रचार के लिए नेता आदिवासी इलाकों के साप्ताहिक ‘हाट बाजारों’ में जा रहे
ओडिशा: प्रचार के लिए नेता आदिवासी इलाकों के साप्ताहिक ‘हाट बाजारों’ में जा रहे
तेलंगाना: दो बलात्कार पीड़िताओं ने 10वीं कक्षा की परीक्षा में अच्छे अंक हासिल कर पेश किया उदाहरण
संदेशखालि वीडियो के मामले में निर्वाचन आयोग से शिकायत करेगी तृणमूल कांग्रेस
कोरापुट
नेता भी इस बात से वाकिफ हैं कि दूरदराज के इलाकों में प्रौद्योगिकी की पहुंच सीमित है। यही वजह है कि ओडिशा की कोरापुट और नबरंगपुर लोकसभा सीट पर लोगों तक पहुंच बनाने के लिए नेता साप्ताहिक ‘हाट्स’ यानी बाजार में प्रचार के लिए जा रहे हैं।
राज्य में विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ ही होने हैं। इसके तहत पहले चरण में 13 मई को राज्य में अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित दो लोकसभा सीटों और उनके तहत आने वाली विधानसभा सीटों पर मतदान होना है।
कोरापुट लोकसभा सीट से बीजू जनता दल (बीजद) की उम्मीदवार कौशल्या हिकाका ने कहा, ‘‘इस तरह के आदिवासी क्षेत्रों में हम सिर्फ अत्याधुनिक प्रचार तरीकों पर निर्भर नहीं रह सकते क्योंकि कई लोग गरीब और अशिक्षित या कम पढ़े-लिखे हैं और स्मार्टफोन या टेलीविजन तक उनकी पहुंच सीमित है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, आदिवासी गांव एक दूसरे से काफी दूर होते हैं लेकिन साप्ताहिक बाजार में लोग जरूर इकट्ठा होते हैं और यहां प्रचार करना भी आसान होता है।’’
निवर्तमान सांसद एवं कोरापुट के कांग्रेस उम्मीदवार सप्तगिरी उल्का ने लक्ष्मीपुर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार पवित्रा सौंता के साथ काकिरीगुमा साप्ताहिक बाजार में प्रचार किया।
उल्का ने कहा, ‘‘साप्ताहिक बाजार विभिन्न इलाकों से बड़ी संख्या में आने वाले लोगों से जुड़ने का बेहतर मौका देता है जिससे समय और धन दोनों की बचत होती है।’’
हर सप्ताह चुनिंदा दिनों में निश्चित स्थानों पर ‘हाट्स’ आयोजित किए जाते हैं और यहां स्थानीय लोगों की जरूरत का हर सामान आसानी मिल जाता है। इसके अलावा, यह आदिवासी समुदायों के भीतर सामाजिक-सांस्कृतिक संबंधों के लिए महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में भी काम करते हैं। ये बाजार अब राजनीतिक चर्चा का केंद्र बने हुए हैं।
इन बाजारों में अचानक नेताओं के पहुंचने से माहौल बिल्कुल बदल गया है। कोरापुट के लाठीकोटर गांव के निवासी हेमंत गौड़ा रनासपुर बाजार में नेताओं को देखकर हैरान हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि हमारा क्षेत्र दूरदराज इलाके में है इसीलिए किसी भी नेता ने हमारे गांव का दौरा नहीं किया है, लेकिन उन्हें बाजार में देखना हैरान करने वाला था… बाजार में माहौल अब पूरी तरह बदल गया है।’’
इसी तरह, कोरकुंडा के बाजार में आए भीम किरसानी ने कहा, ‘‘ साप्ताहिक बाजार में राजनीति को लेकर काफी चर्चाएं हो रही हैं और हम नेताओं के भाषण का आनंद ले रहे हैं।’’
जानकारी के अनुसार कोरापुट, रायगढ़, नबरंगपुर और मलकानगिरि जिलों में लगभग 200 बड़े और छोटे साप्ताहिक बाजार हैं।
तेलंगाना: दो बलात्कार पीड़िताओं ने 10वीं कक्षा की परीक्षा में अच्छे अंक हासिल कर पेश किया उदाहरण
हैदराबाद,
तेलंगाना में 10वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्र-छात्राओं में दो ऐसी लड़कियां भी शामिल हैं जिन्होंने अपने ही निकट संबंधियों के हाथों बलात्कार की पीड़ा झेली लेकिन इस मानसिक आघात से पार पाते हुए दृढ़ इच्छाशक्ति की बदौलत सफलता की कहानी लिखी।
पुलिस अधिकारी एम महेंद्र रेड्डी ने बताया कि इनमें से एक पीड़िता (15 साल) का उसके पिता ने 2023 में बलात्कार किया था और उसके गर्भवती होने के बाद इस अमानवीय कृत्य का खुलासा हुआ।
रेड्डी ने बताया कि पीड़िता के पेट में दर्द होने के बाद उसकी दादी उसे अस्पताल लेकर गई जहां चिकित्सकों ने बताया कि वह गर्भवती है और उसे गर्भधारण किए काफी समय हो चुका था, इसलिए उसका गर्भपात भी संभव नहीं था।
उन्होंने बताया कि पीड़िता ने हाल में एक बच्चे को जन्म दिया जिसे एक अनाथालय में भेज दिया गया और पीड़िता ने अपनी पढ़ाई जारी रखी।
पीड़िता ने इस सदमे के बावजूद दसवीं कक्षा की परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त किए।
रेड्डी ने बताया कि अदालत ने इस मामले में दोषी पिता को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है और पीड़िता को 15 लाख रुपये का मुआवजा दिया।
उन्होंने बताया कि दूसरी पीड़िता (16 साल) से भी उसके एक निकट रिश्तेदार ने बलात्कार किया था और इस घटना के बाद किशोरी के अन्य संबंधियों ने भी उसके परिवार से किनारा कर लिया था लेकिन जब पीड़िता ने 10वीं कक्षा की परीक्षा में अच्छे अंक (9.3 जीपीए) हासिल किए तो उन्होंने उसे बधाई दी।
रेड्डी ने बताया कि दोनों लड़कियां अब पुलिस अधिकारी बनने की ख्वाहिश रखती हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों ने इस सदमे से उबरने में पीड़िताओं की मदद की और उन्हें अपनी शिक्षा जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
संदेशखालि वीडियो के मामले में निर्वाचन आयोग से शिकायत करेगी तृणमूल कांग्रेस
नई दिल्ली,
तृणमूल कांग्रेस निर्वाचन आयोग में भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी और अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कर दावा करेगी कि पार्टी के एक नेता ने कैमरे पर कबूल किया है कि संदेशखालि मामले में दुष्कर्म के आरोप मनगढ़ंत थे। सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस आज दिन में निर्वाचन आयोग को एक पत्र सौंपेगी।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, उनकी शिकायत एक कथित वीडियो पर आधारित है जिसमें संदेशखालि में भाजपा मंडल अध्यक्ष गंगाधर कायल होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि ‘पूरी साजिश के पीछे’ पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अधिकारी हैं।
एक समाचार संस्था ने ‘स्टिंग ऑपरेशन’ में वीडियो बनाया जिसे बाद में तृणमूल कांग्रेस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किया। इसमें कायल को कहते हुए सुना जा सकता है कि संदेशखालि में यौन उत्पीड़न की शिकायतें अधिकारी के कहने पर दर्ज कराई गई थीं।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि ‘स्टिंग ऑपरेशन’ फर्जी था और उन्हें शक है कि वीडियो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की मदद से बनाया गया है।