रिटायर्ड पुलिस कर्मियों को ठगने वाला गिरोह पकड़ा गया… तीन राज्यों की पुलिस की कार्रवाई… आरोपी बिहार से…
इम्पेक्ट न्यूज. राजनांदगांव।
सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों के पेंशन खाते से ऑन लाईन ठगी के मामले में तीन राज्यों की पुलिस ने टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाइ्र करते हुए इस गिरोह के पांच सदस्यों को बिहार से धरदबोचा। आरोपी सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों के पेंशन खातों को निशाना बनाते थे और खाता अपडेट करने के नाम पर खाते से मोटी रकम पार कर देते थे।
आरोपियों ने राज्य के अलग-अलग जिलों में इन वारदातों को अंजाम देते थे । इस गिरोह को पकडऩे के लिये अन्य राज्यों के वारदात वाले जिलों की पुलिस के साथ राजनांदगांव पुलिस ने संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई की।
इस बात की जानकारी जिले के पुलिस कप्तान जितेन्द्र शुक्ला ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी। उन्होंने बताया कि यह ठग गिरोह सेवा निवृत्त पुलिस कर्मिंयों के पेंशन खाते से ऑन लाईन ठगी करता था। यह गिरोह छत्तीसगढ़ के साथ ही सीमावर्ती प्रांतो के जिले में वारादात को अंजाम देता। ताकि पुलिस का ध्यान उनकी ओर न जाये।
राजनांदगांव जिले के अंबागढ़ चौकी इलाके में सेवानिवृत्त एएसआई से उनके पेंशन खाते को अपडेट करने के नाम पर इस गिरोह ने उनके खाते से 18 लाख 33 हजार की रकम पार कर दी थी। इसी प्रकार की घटनाएं महासमुंद और दंतेवाड़ा जिले में भी सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों के साथ हुई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए राजनांदगांव पुलिस ने अन्य जिलों के पुलिस अफसरों की संयुक्त टीम गठित की।
जब इस मामले की पुलिस की संयुक्त टीम कर रही थी उसी समय जांच के दौरान पुलिस ने आरोपियों का नंबर ट्रेस किया। जिसका कनेक्शन झारखंड और बिहार से जुड़ा मिला। इसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने झारखंड और बिहार पुलिस के साथ मिलकर इन आरोपियों की धरपकड़ की. पुलिस कप्तान जितेंद्र शुक्ल ने पकड़े गए गिरोह के सदस्यों के नाम बाबर अली, मनोज कुमार राय, रोहित यादव, पिंटू कुमार मंडल, जितेंद्र चौधरी बताये जिन्हे बिहार के बांका जिले से गिरफ्तार किया गया।
उल्लेखनीय है कि 15 जुलाई को अंबागढ़ चौकी से ठगी का ये मामला सामने आया था। इसके बाद से पुलिस छानबीन कर रही थी और अन्य जिलों से संपर्क करने पर पता चला कि इसी तरह की घटनाएं महासमुंद, कांकेर, दंतेवाड़ा, रायपुर और सरगुजा में भी हुई है. शिकायतकर्ता भगवान सिंह सलामे ने रिपोर्ट में बताया कि 15 जुलाई को अज्ञात व्यक्ति ने फोन करके अपने आप को पेंशन अधिकारी बताते हुए बैंक खाते की पूरी जानकारी ली। इसके बाद आरोपी ने उनके खाते से 18 लाख 33 हजार की रकम पार कर दी।