Corona effect : शिक्षा विभाग को गाइडलाइन का इंतजार, इधर पालक बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं
बीजापुर। कोरोना संकट के बीच स्कूल खोलने शिक्षा विभाग को अब तक उच्च स्तर से कोई आदेश प्राप्त नहीं हुए हैं, जिससे विभाग भी पशोपेश में है। हालांकि सरकार की तरफ से एक जुलाई से स्कूल खोलने का ऐलान जरूर किया गया है, बावजूद विभाग को उपर से इस संबंध में कोई भी गाइडलाइन नहीं मिला है। जिले में 600 स्कूल संचालित है। बीजापुर बीईओ मो. जाकिर खान के मुताबिक एक जुलाई स्कूल खोलने हेतु संभावित तिथि मुकर्रर जरूर है, लेकिन उच्च स्तर पर विभाग को इस संबंध में कोई आदेष प्राप्त नहीं हुए हैं। ऐसे में यह कह पाना फिलहाल मुमकिन नहीं है कि स्कूल एक जुलाई से ही खुलेंगे। बताया गया है कि मध्यान्ह् भोजन योजनांतर्गत एक जून से 30 जुलाई तक के लिए सूखा राशन दोबारा दिया जा रहा है। सूखा राषन वितरण को 30 जुलाई तक निर्धारित किए जाने से अब यह भी प्रतीत होने लगा है कि स्कूलों के पट शायद 30 जुलाई तक ना खुले।
“पालक स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं”
वही एक जुलाई से स्कूल खोलने के सरकार के ऐलान के बाद पालक सरकार के इस निर्णय के पक्ष में नहीं हैं। पालकों का कहना है कि प्रदेष में जिस तेजी से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, उसे देखने के बाद खुद को महफूज कहना गलत होगा। प्रदेष के कई जिले रेड जोन की श्रेणी में शामिल हो चुके हैं। यकायक विस्फोटक जैसी स्थिति निर्मित होने से स्थिति अब और भी चिंताजनक बन गई है। ऐसे में बढ़ते कोरोना संकट के बीच बच्चों को स्कूल भेजने का जोखिम वे नहीं ले सकते हैं।