Breaking NewsD-Bastar DivisionDistrict Sukma

मंत्री कवासी लखमा को मजदूरों ने दिया धन्यवाद… गोवा से लौटे मजदूरों को किया गया क्वारंटाईन…



इम्पेक्ट न्यूज़. सुकमा।

जिले के करीब 119 मजदूर गोवा में फंसे हुए थे। ये सभी वहाँ मजदूरी करने गए हुए थे लॉक डॉउन में फंस गए। वहां से सोशल मीडिया के माध्यम से मदद की गुहार लगाई। जिसके बाद मंत्री कवासी लखमा ने पहल करते हुए रायपुर से 5 बसों को भेजा। जिसमे सवार होकर सभी मजदूर सुकमा पहुँचे जहां उन्हें रोकेल में क्वारंटाईन किया गया।

पिछले 12 मई को गोवा में फंसे हुए मजदूरों ने इम्पेक्ट को दूरभाष पर संर्पक कर मदद मांगी थी। जिसके बाद इम्पेक्ट ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की और इस मामले को मंत्री कवासी लखमा को अवगत कराया।

जिसके बाद मंत्री कवासी लखमा ने लगातार उन मजूदरो को लाने का प्रयास किया। शासन स्तर पर पत्र लिखकर उन मजूदरों को लाने के लिए 24 मई को रायपुर से 5 बसे भेजी गई। जिसके बाद मजदूर उन बसों मे ंसवार होकर गोवा से रवाना हुए और आज सुबह जिले के रोकेल गांव में पहुंचे। जहां उन मजदूरों और कर्मचारियों को पोटाकेबिन रोकेल में क्वारीटाईन किया गया। यहां सभी मजदूरों व कर्मचारियों का स्वास्थ्य जांच होगा उसके बाद क्वारीटाईन अवधि के बाद ही घर भेजा जाऐंगा।

मंत्री कवासी लखमा बार-बार फोन करते थे
मजदूरों ने बताया कि वो लगातार मंत्री कवासी लखमा के संर्पक में थे। जब बस को भेजा गया तो उनका फोन आया था। उसके बाद हम बस में बैठ कर रवाना हुए तो हर दिन उनका फोन आया। और रास्ते में खाने-पीने की व्यवस्था भी करवाई। इसके अलावा कर्मचारियों को अच्छे से यहां तक पहुंचाने के निर्देश भी देते रहे।

सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए धन्यवा
इम्पेक्ट से चर्चा करते हुए मजदूर लक्ष्मीनाथ बघेल ने बताया कि वो गोवा के एक होटल में काम करते थे। वहां पर लाक डाउन के बाद स्थिति खराब हो गई थी। पैसे खत्म हो चुके थे और भूखे मरने की नौबत आ गई थी। लेकिन हमने मंत्री कवासी लखमा से संर्पक किया और आज हम सुरक्षित घर पहुंच गए है। जिसके लिए मंत्री कवासी लखमा का धन्यवाद जिन्होने हमारी मदद की है।

इम्पेक्ट से चर्चा करते हुए मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि गोवा में फंसे हुए मजदूरों को लाने के लिए प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बहुत बहुत धन्यवाद जिन्होने मेरी बात को रख मजदूरो को लाने के लिए बस भेजी गई। और उन मजदूरों को रास्ते में खाने की व्यवस्था भी की गई। सभी कर्मचारी व जिला प्रशासन को भी धन्यवाद जिन्होने मजदूरों को लाने में मदद की। मजदूरों से यही कहना चाहूंगा कि अब शासन-प्रशासन के नियमों का पालन करे। और क्वारीटाईन में रहकर अपनी जिम्मेदारी निभाएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!