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46 डिग्री के तापमान में पीपीई किट पहनकर स्वास्थ्य विभाग की टीम कर रही मजदूरों की जांच……कोरोना योद्धओं को सलाम।

इम्पेक्ट न्यूज. सुकमा।

तेज धूप व गमी के पढ़ते पारे से जहां लोग परेशान व हालाकान है वही दुसरी और स्वास्थ्य विभाग के कोरोना वारिर्यस जो इस 46 डिग्री तापमान में भी पीपीई किट पहनकर कोरोना से लड़ रहे है। गाव-गांव जाकर सेंम्पल ले रहे है। इसके अलावा तमाम परेशानियों का सामना करते हुए क्वारीटाईन सेंटरों से मजदूरों के सेम्पल ले रहे है। इन योद्धाओं को इम्पेक्ट का सलाम।

जिले के स्वास्थ्य कर्मी पिछले दो माह से बाहर से आए मजदूरों की कोविड19 की जांच में लगे हुए हैं। वहीं अब दूसरे राज्यों में कमाने. खाने के लिए गए जिले के मजदूरों की अब वापसी हो रही है। दूसरे राज्यों से आ रहे मजदूरों की जांच के लिए 3 ब्लॉक के स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। कोरोना वायरस के चलते काफी संख्या में मजदूर वर्ग के व्यक्ति महानगरों से वापस अपने घर लौट आए है। अब इन मजदूरों की एक बार फिर घर.घर जाकर स्वास्थ्य जांच विभागीय टीम के द्वारा की जा रही है। इसके साथ ही यह भी जानकारी ली जा रही है कि वह किस दिनांक को किस शहर से वापिस लौटे है। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद बना हुआ है तथा किसी प्रकार की कोई जोखिम लेना नहीं चाहता हैए जिससे कि आने वाले समय में परेशानी हो। नजदीकी तीनो ब्लाक के सभी ग्राम पंचायत में जा जा कर कोंटा बंडा कोरोनटाइन पोटाकेबिन आरएमएसए कन्या साला कोंटा एर्राबोर इंजराम दोरनापाल पोटाकेबिन् साथ ही छिंदगढ़ के सभी पंचायतों में पुसपाल गुम्मा चिंतलनार तालनार उर्मापाल कोड्रीपाल गोरली पोंदम पेंदलनार डोलेराश कुन्ना पाकेला रोकेल केरातोंग कंगीपानी तोंगपाल कुकानार पलेम सभी पंचायतों में जा जा कर कोरोनटाइन में सेम्पल कलेक्शन किया गया। अनेक ग्राम पंचायतो में महानगरों में काम के लिए गए मजदूर अपने घर लौट आए है। जब यह मजदूर वापिस अपने घर लौटे तो इन लोगों की चैक पोस्ट पर ही स्वास्थ्य जांच की गई थी।

फोटो- क्वारीटाईन सेंटर में मरीजों की जांच करते हुए।



स्वास्थ्य जांच होने के उपरांत मजदूरों को घर भिजवा दिया था। लेकिन भविष्य में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इस के लिए कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम द्वारा गठित टीम के अधिकारियों सहित स्वास्थ्य विभाग कर्मचारियों ने घर.घर जाकर इन लोगों की जांच की। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मजदूरों का घर घर जाकर मेडिकल परीक्षण किया। साथ ही निःशुल्क वितरित की। तब तक कुल 720 टेस्ट हो चुका है जगदलपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया हैए 372 की रिपोर्ट आ चुकी है सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इस टीम में स्वाथ्य टीम डॉक्टर महादेव बारसे चिकित्सा अधिकारी मेडिकल लेब टेक्नोलॉजिस्ट गोरेनाथ जांगड़े उत्कर्षा ध्रुव स्टाफ नर्स लक्ष्मण नाग सफाई कर्मी रहते है।

मेडिकल लेब टेक्नोलॉजिस्ट गोरे नाथ जांगड़े जी ने बताया। स्वास्थ्य विभाग की टीम पीपीई किट पहनकर 46 डिग्री गर्मी में जान जोखिम में डालकर अप्रवासी मजदूरों की जांच में जुटी है। सुकमा जिले के सैंपल कलेक्शन टीम तपती गर्मी में भी पीपीई किट पहन कर लगातार सैंपल कलेक्शन कर जांच के लिए भेज रहे है मेडिकल लेब टेक्नोलॉजिस्ट जांगड़े ने बताया कि सैंपल कलेक्शन ना केवल क्वारंटाइन सेंटरों से बल्कि अंदरूनी इलाके पहुंच कर क्षेत्र के पंचायत स्तर के हर क्वारंटाइन सेंटरों से भी सैंपल भेज रहें हैं। सैंपल कलेक्शन के लिए हमलोग सुबह ही फील्ड निकल जाते है और शाम रात तक लौटते हैं।


ड्यूटी के दौरान स्वास्थ्य टीम को नहीं मिल रहा नाश्ता पानी।

कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम और बचाव के लिए शासन द्वारा जिले को करोड़ों रूपए दिए गए हैं। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जान जोखिम में डालकर ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों को नाश्ता तो दूर चाय तक उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि लॉकडॉउन के चलते नास्ता खाना समय पर नही मिल पा रहा है जिससे चलते अंदरूनी क्षेत्रो में काफी परेशानी होती है।

फोटो- गांव-गांव में कोरोना की जांच करते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम।

गोरेनाथ जांगड़े ने बताया कि जिन मजदूरों की जांच की गई है। वह सभी स्वस्थ्य है। कुछ बाहरी मजदूर जरूर अस्वस्थ्य पाए गए जिसका कारण यह रहा कि वह कई किलोमीटर पैदल चलकर किसी तरह अपने घर वापिस आए है जिसके चलते ऐसे मजदूरों को थकान हो रही है।

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