अब वार रूम से होगी कोरोना से जंग…….जिले की हर गतिविधि पर रहती है नजर
इम्पेक्ट न्यूज. सुकमा।
जैसे-जैसे लाक डाउन में ढील दी जा रह है वैसे-वैसे कोरोना का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। बस्तर में भी कोरोना दस्तक दे चुका है। इसके अलावा जिले की सीमा से लगा उड़ीसा प्रांत जहां कोरोना के मरीज मिल गए है। ऐसे में जिला प्रशासन ने कोरोना से निपटने के लिए एक वार रूम बनाया है। जहां जिले की हर गतिविधि पर नजर रहती है। साथ ही जिले को सेक्टर में बांटा गया। यहां पर हर वक्त अधिकारी तैनात रहते है।
जिला मुख्यालय स्थित पुराने कलेक्टर कार्यालय के परिसर पर में स्थित स्वामी विवेकानंद भवन को वार रूम केाविड-19 में तब्दील कर दिया गया है। यहां पर कम्पूयटर लगाए गए हैं इसके अलावा यहां पर अधिकारियों का दल तैनात किया गया है ताकि जिले की हर गतिविधि पर नजर रखा जा सके। इस वार रूम का काम है कि अगर कही पर भी संदिग्ध व्यक्ति मिले तो उसेे तत्काल एंबुलेंस से कहा भेजा जाऐंगा। उसके बाद उसके संर्पक में आए लोगो को कहा क्वारटाईन किया जाऐंगा। इसके अलावा जिले में चल रहे क्वारीटाईन सेंटरों पर भी यहां से नजर रखी जा रही है। यहंा कह वक्त अधिकरियों की तैनाती रहती है। उनकी एक टीम बनाई गई है ताकि कोरोना की इस लड़ाई में मदद मिल सके।
जिले को सेक्टर में बांटा गया
कोरोना वार रूम से पुरे जिले को चुनाव की तहर सेक्टर में बांट दिया गया है। जिसमें पुरे जिले के तीनों ब्लाक के पंचायतों को 62 सेक्टर में बांट दिया गया। उसके बाद सुकमा नगर पालिका को 4 और कोंटा व दोनापाल को 3-3 सेक्टर में बांट दिया गया। उन सभी सेक्टरों में अधिकारी व कर्मचारियों की नियुक्त कर दी गई है। ताकि कोरोना के संभावित मरीजों और मजदूरों को क्वारीटाईन किया जा सके। और पुरे पंचायतों में प्रशासन की नजर बनी रहे।
इम्पेक्ट से चर्चा करते हुए कलेक्टर चंदन कुमार ने बताया कि कोविड-19 से निपटने और तत्काल राहत देने और तुरंत कार्रवाई करने के लिए एक सेटअप हो जिसकी आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इसलिए हमने एक वार रूम सेटअप किया गया है। एसडीएम स्माईल नभ की अध्यक्षता में किया गया है। यहां पर सुकमा में सभी प्रवासियों व वाहनों की जानकारी। कौन क्वारीटाईन सेंटरों में है उनकी स्वास्थ्य जांच और अगर कोई मरीज मिल जाऐ तो उनका क्या प्रोटोकाल होगा। और पुलिस और दुसरे विभाग के साथ कैसे कान्टेंक्ट करना हैं इसलिए सुकमा में वार रूम तैयार किया गया है। पुरे जिले को सेक्टर के रूप में बांटा गया है। सभी से सतत रूप से संर्पक बना रहे इसलिए वार रूम बनाया गया है।