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दरभा तहसीलदार व थानेदार पर मंत्री कवासी लखमा ने दिखाई नाराजगी… कमिश्नर को देंगे कार्रवाई के निर्देश…


इम्पेक्ट न्यूज. सुकमा।

दरभा में तहसीदलदार अपनी मनमानी कर रहा है। आए दिन उसकी शिकायत मिल रही है। आम नागरिक हो या फिर व्यापारी हर किसी से वसूली व जबरन परेशान कर रहा है। यह कहना है प्रदेश के उद्योग मंत्री कवासी लखमा का। आज सुकमा में प्रेस कान्फरेंस में बस्तर जिले के दरभा तहसीलदार और थाना प्रभारी पर उन्होंने अपनी जमकर भड़ास निकाली।

श्री लखमा ने कहा कि सुकमा जैसे नक्सल क्षेत्र में सड़कों का निर्माण हो रहा है। लिहाजा गिट्टी जगदलपुर से लाया जा रहा है तो तहसीलदार दरभा में रोककर वाहनों से वूसली और परेशान कर रहा है। इसलिए में बस्तर कमिश्नर को तहसीलदार व थानेदार के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दूंगा और एक ज्ञापन भी दूंगा।

फोटो – प्रेसवार्ता करते हुए मंत्री कवासी लखमा।

आज जिला मुख्यालय स्थित विश्राम गृह में पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश के उघोग एंव आबकारी व वाणिज्य, कर मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। हर वर्ग को साथ में लेकर चलने वाली सरकार है। यहां पर जनता की हुकूमत चलती है।

लेकिन दरभा तहसीलदार और थानेदार आम नागरिकों व व्यापारियो ंको जबरन परेशान कर रहे है। सुकमा जैसे संवेदनशील इलाकों में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत काम चल रहा है। सुकमा में गिट्टी खदान नहीं है इसलिए जगदलपुर से गिट्टी लाया जा रहा है।

उसमें भी दरभा में जबरदस्ती वाहनो को रोक कर कागजों की पुछताछ किया जा रहा है जो तहसीलदार का अधिकार नहीं है। उसके बाद कागज दिखाने के बाद नए-नए बहानों से पैसा वसूलने का काम किया जा रहा है। जो गलत है। इससे सरकार का नाम बदनाम हो रहा है। ऐसे इलाकों में जहां इमानदारी से अधिकारी व कर्मचारी काम कर रहे है।

लेकिन ऐसे लोगो के कारण बदनामी हो रही है। इसलिए आज कमिश्नर बस्तर से मिलकर उन अधिकारियों की शिकायत करूंगा और उचित कार्रवाई करने के निर्देश भी दूंगा। इस दौरान हरीश कवासी जिला पंचायत अध्यक्ष, राजू साहू नगर पालिका अध्यक्ष मौजूद थे ।

मनरेगा कार्यो का दुरूपयोग बर्दास्त नहीं

पत्रवार्ता में मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि कोरोना के इस महामारी में सिर्फ मनरेगा के तहत ही काम किए जा रहे है। हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऐसे संकट के समय गरीब मजदूरों को रोजगार मिले इसलिए मनरेगा के तहत कार्य कराऐं जा रहे है।

साथ ही नक्सल प्रभावित इलाकों होने व बैकों की कमी होने के कारण नगद भुगतान भी किए जा रहे हैं। लेकिन इसका दुरूपयोग भी किया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला जीरमपाल में आया है। जहां एक पुराने तालाब पर नया स्वीकृत कर 8 लाख का गबन कर दिया गया।

वहां के जनपद सदस्य ने इसे उजागर किया है। मैंने इस मामले की जांच करने व उचित कार्रवाई कर एफआईआर दर्ज करने को जिला प्रशासन से कहा है। ताकि बाकी जगहों पर सही कार्य हो। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कार्यों के साथ-साथ उसकी मानिटिरिंग भी हो।

मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि में पिछले तीन महिनों से नहीं आया था ऐसा लग रहा था कि तीन साल हो गए है। यहां आने के बाद मेने गोपनीय तरीके से इलाका का दौरा किया। हमारे यहां गांवों के हालात ठीक है। यहां के लोग पहली बार इतनी कड़ाई से नियमों का पालन कर रहे है। कभी मुर्गा बाजार बंद नहीं होती थीं। लेकिन अभी बाजार बंद है। त्यौहार के समय गीत-नाच व सड़को पर वाहनों को रोक पैसा वसूलते थे लेकिन इस बार ये सब देखने नहीं मिला। इस सबसे के लिए प्रशासन, पुलिस, पत्रकार, व्यापारी, गांव के सरंपच, पटेल, पुजारियों का धन्यवाद। जो ऐसे संकट के समय शासन की मदद करे रहे है। और आगे भी इसी तरह मदद करनी है।

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