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कोटा में फंसे छत्तीसगढ़ के छ़ात्रों को वापस लाएगी सरकार… भूपेश बघेल ने लिया फैसला… बसों से लाए जाएंगे छात्र…

इम्पेक्ट न्यूज. रायपुर।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से की थी चर्चा और छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव ने केन्द्रीय गृह सचिव को लिखा था पत्र

लॉक डाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों और विद्यार्थियों की शीघ्र ही राज्य में वापसी होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस संबंध में आज फैसला ले लिया है। राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि लॉक डाउन के चलते राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को लेने के लिए यहां से बसें भेजी जाएंगी।

उल्लेखनीय है कि इस संबंध में सीएम ने गुरूवार को केंद्रीय गृह मंत्री को फोन कर चर्चा की थी। और उन्हें श्रमिकों और विद्यार्थियों की समस्याओं से अवगत कराया। चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार से इस आशय का विधिवत प्रस्ताव मिलने पर त्वरित निर्णय लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव आर.पी. मंडल द्वारा  केंद्रीय गृह सचिव को इस संबंध में प्रस्ताव भेज दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें आशा है अन्य राज्यों में लॉक डाउन के कारण उपजी परिस्थितियों के कारण कठिनाई में रह रहे सभी छत्तीसगढ़वासियों की शीघ्र सकुशल वापसी होगी। आज दोपहर राज्य सरकार ने यह बड़ा फैसला राजस्थान के कोटा में फंसे विद्यार्थियों को लेकर ले लिया है। इसके तहत राज्य से बसें जाएंगी और विद्यार्थियों को लेकर आएंगी।

राज्य शासन ने भारत सरकार से शासकीय तौर पर कार्यवाही शुरू कर दी है। इसके तहत छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव आर.पी.मंडल ने इस तारतम्य में केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला को आज पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की इस संबंध में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई चर्चा का उल्लेख करते हुए लाॅकडाउन के कारण राजस्थान के कोटा में फंसे विद्यार्थियों और अन्य राज्यां में फंसे श्रमिकों की छत्तीसगढ़ वापसी की अनुमति प्रदान करने का आग्रह किया है।

श्री मंडल ने लिखा है कि पूरे देश में कोविड-19 की रोकथाम के लिए लागू किए गए लाॅकडाउन का छत्तीसगढ़ में भी कड़ाई से पालन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की अन्य राज्यों से लगने वाली सीमाओं पर आवागमन रोक दिया गया है। इससे राज्य में कोविड-19 वायरस के फैलाव को रोकने में मदद मिली है। लाॅकडाउन के कारण छत्तीसगढ़ के मजदूर अन्य राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर में फंसे हैं। राज्य सरकार द्वारा अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों की समस्याओं के निराकरण के लिए यथा संभव प्रयास किये गए हैं। उनके भोजन का इंतजाम सुनिश्चित करने के साथ उन्हें आर्थिक सहायता भी पहुंचायी गयी है।

मुख्य सचिव ने पत्र में लिखा है कि लाॅकडाउन के एक माह होने के कारण छत्तीसगढ़ में अनेक वर्गों द्वारा विद्यार्थियों और मजदूरों को अन्य राज्यों में हो रही कठिनाईयों के संबंध में बात उठाई गयी है। इसके अलावा कुछ राज्यों को कोटा से विद्यार्थियों को उनके राज्यों में लौटने की अनुमति दी गयी है। छत्तीसगढ़ सरकार भी ऐसे विद्यार्थियों और मजदूरों को उनके घर वापस लाने की इच्छुक है।

मुख्य सचिव श्री मंडल ने केन्द्र सरकार से मानवीय आधार पर छत्तीसगढ़ सरकार को कोटा से विद्यार्थियों और अन्य राज्यों से मजदूरों की वापसी की अनुमति प्रदान करने का आग्रह किया है। श्री मंडल ने विद्यार्थियों और मजदूरों के छत्तीसगढ़ लाने में सहयोग करने और सुरक्षित आवागमन के लिए पास प्रदान करने के लिए अन्य राज्यों को निर्देशित करने का आग्रह भी केन्द्रीय गृह सचिव से किया है।

माना जा रहा है कि राज्य शासन के प्रस्ताव पर भारत सरकार से शासकीय तौर पर कार्यवाही शुरू कर दी। इसके तहत पहले चरण में राजस्थान के कोटा में फंसे विद्यार्थियों को लाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। छत्तीसगढ़ सरकार छत्तीसगढ़ वापस आने वाले सभी लोगों को क्वारेंटाइन में रखना सुनिश्चित करेगी।

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