पीईटी और पीपीएचटी प्रवेश परीक्षा स्थगित, आठ अफसरों को नोटिस, जांच के निर्देश भी…
इम्पेक्ट न्यूज. रायपुर।
छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा गुरुवार को आयोजित पीईटी और पीपीएचटी प्रवेश परीक्षा स्थगित कर दी गई है। परीक्षार्थियों को होने वाली दिक्कतों को देखते हुए मुख्य सचिव ने व्यापम के आठ जिम्मेदार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही मामले की तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं।
चिप्स के सर्वर में आई तकनीकी खराबी के कारण अधिकांश परीक्षार्थी प्रवेश पत्र डाउनलोड नहीं कर पाए थे। इसके चलते व्यापमं ने यह निर्णय लिया है। व्यापमं सूत्रों ने बताया कि चिप्स के सर्वर में बीते 30 अपै्रल की रात से तकनीकी परेशानी आ गई थी। इसके चलते व्यापमं की अधिकारिक वेबसाइड में भी परेशानी आ गई।
प्रदेश भर से पीईटी का फार्म सबमिट कर चुके परीक्षार्थियों में से अधिकांश ने ऑनलाइन एडमिड कार्ड डाउनलोड नहीं किया था, इसके चलते इस परीक्षा में गिने-चुने परीक्षार्थी ही शामिल हो पाते, लिहाजा व्यापमं ने गुरुवार को आयोजित होने वाली पीईटी की परीक्षा स्थगित कर दी है। इस परीक्षा के लिए फिर से नई तिथि घोषित की जाएगी।
इन्हें भेजा नोटिस
मुख्य सचिव ने व्यापमं की अध्यक्ष श्रीमती उमादेवी, व्यापम के सलाहकार प्रदीप चौबे, चिप्स के सीईओ देव सेनापति, चिप्स के अतिरिक्त सीईओ श्री परियाल सहित 8 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
तत्काल जांच के निर्देश
परीक्षार्थियों को होने वाली दिक्कतों को देखते हुए मुख्य सचिव ने मामले को गंभीरता से लिया है। मुख्य सचिव ने इस मामले में तत्काल कार्यवाही करते हुए इस घटना की जांच के निर्देश दिए हंै।
मुख्यमंत्री ने जताया खेद
इधर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मामले में खेद जताया है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब किया जाएगा और भविष्य में ऐसा ना हो, इसकी कोशिश भी की जाएगी। पीईटी और पीपीएचटी प्रवेश परीक्षा के स्थगित होने से बच्चों को होने वाली परेशानी का अहसास मुझे है। मैं सभी बच्चों और उनके अभिभावकों से व्यक्तिगत तौर पर खेद व्यक्त करता हूं। इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब किया गया है। सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसा न हो।
परीक्षार्थियों में दिखी नाराजगी
व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने बुधवार देर शाम परीक्षा स्थगित करने का निर्णय लिया और इसकी जानकारी एमएमएस के जरिए भी नहीं दी गई। सुबह जब परीक्षार्थी परीक्षा देने अपने अपने केंद्र पहुंचे, तब बोर्ड पर लगे नोटिस से उन्हें जानकारी हुई। दूर गांवों से परीक्षा देने आए छात्र और छात्राओं को जानकारी के अभाव में भरी गर्मी में उल्टे पांव लौटना पड़ा। ऐसे में परीक्षार्थियों में नाराजगी देखी गई।