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श्रीलंका के पीएम बोले- जरुरत पड़ी तो आतंकियों को पकड़ने के लिए पाक से लेंगे मदद

न्यूज डेस्क. courtsy hindustan times

ईस्टर के मौके पर रविवार को श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में चर्च और होटलों में हुए आत्मघाती हमले में मारे गए 253 लोगों की इस घटना के बारे में हिन्दुस्तान टाइम्स की तरफ से ईमेल कर पूछे गए सवालों का श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने लिखित जवाब दिया।

इस घटना में कम से कम 45 बच्चे की मौत हो गई थी और सैकड़ों घायल हुए थे। इस घटना में मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक 9 पाकिस्तानी नागरिक समेत 76 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

भारतीय राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पिछले साल कोलंबो के एक पाकिस्तानी राजनयिक पर भारत स्थित अमेरिकी और इजरायली वाणिज्य दूतावासों पर हमले का आरोप लगाया था और इस हफ्ते कोलंबो में आतंकी हमले से ठीक पहले खुफिया रिपोर्ट और इस साजिश से संबंधित एक शख्स की पूछताछ के आधार पर कई बार चेताया था।

रानिल विक्रमसिंघे ने श्रीलंका में उभरते इस्लामिक कट्टरपंथ, भारत के साथ खुफिया सूचनाओं को साझा करने और इस्लामाबाद के साथ अपनी करीबी रिश्ते पर भी जवाब दिया। आइये जानते हैं उनके जवाब-

सवाल- इस्लामिक स्टेट ने कोलंबो हमले की जिम्मेदारी ली। लेकिन, पिछले कुछ दिनों से, आपके सरकार के प्रवक्ता ने कई अन्य संगठनों के नाम लिए जैसे एनटीजे, जेएमआई, जेजेबी। भारतीय खुफिया अधिकारियों ने भी इस बात को लेकर आगाह किया था पाकिस्तान के लश्कर ए तैयबा के चैरिटी, इदारा खिदमत ए खलाक ने साल 2004 की आपदा के बाद से श्रीलंका के युवाओं को कट्टरपंथी बना रहा है। क्या पाकिस्तान इस हमले में शामिल है?

जवाब- एक तरफ जहां हम हमले में संभावित विदेश हाथ होने की तहकीकात कर रहे हैं, ऐसा कोई सबूत अब तक नहीं मिला है जिससे यह पुख्ता तौर पर माना जा सके कि कोई खास देश ने आतंकियों का समर्थन किया है। इस क्षेत्र के सभी देश एक जैसे खतरे का सामना कर रहे हैं। भारत हमारे देशों में वैश्विक आतंकियों को रोकने का प्रयास कर रहा है। हमने दुनियाभर में देखा है कि कई बार बेहतर सुरक्षा में भी आतंकी सेंध लगा देते हैं।

हमारे खुफिया विभाग ने विदेशों के अपने समकक्षों के साथ काम किया है। लेकिन, ऐसा पहली बार है जब वैश्विक आतंकवाद ने श्रीलंका में घटना को अंजाम दिया है। यह हमारे लिए नए किस्म का अनुभव है और ऐसे कारनामे को अंजाम देनेवालों को पकड़ने के लिए हम अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ काम करेंगे।

सवाल- ऐसे अपुष्ट रिपोर्ट्स हैं कि रविवार की घटना को जिन आत्मघाती हमलावरों ने अंजाम दिया उनमें से कम से कम एक ने पाकिस्तान के आतंकी शिविर में ट्रेनिंग ली थी। कोलंबो को 2009 के सिविल वॉर के दौरान इस्लामाबाद से सैन्य सहायता मिली थी और कोलंबो से उसका अच्छा संबंध रहा है। क्या इससे पाकिस्तान के साथ संबंधों पर असर होगा?

जवाब- पाकिस्तान ने पूरी तरह से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में श्रीलंका का समर्थन किया है। अगर जरूरत पड़ी तो हम आतंकियों को पकड़ने और उन्हें खत्म करने के लिए उनकी मदद लेंगे। इस घटना पर मैं दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास बहाली और सहयोग और और मजबूती देना चाहता हूं।

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